ऑनलाइन कैब सेवा प्रदाता ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने मैपमाईइंडिया की नकल करने के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि मैप कंपनी ओला इलेक्ट्रिक की सूचीबद्धता का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. ओला ब्रांड का परिचालन करने वाली कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी ने नकल के दावों पर मैपमाईइंडिया को कानूनी नोटिस भेजा है, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला है. 

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अग्रवाल ने कहा, ‘‘ओला इलेक्ट्रिक नक्शा सेवा देने के कारोबार में नहीं है. ओला इलेक्ट्रिक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के समय वे सिर्फ इसका फायदा उठाना चाहते थे. हमने उन्हें कानूनी नोटिस भी दिया है, लेकिन उनका जवाब आज तक नहीं आया है.’’ ओला की ई-वाहन इकाई ओला इलेक्ट्रिक नौ अगस्त को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुई. कंपनी ने अपने आईपीओ से करीब 5,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं. 

ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ मसौदा दायर करने से तीन दिन पहले 23 जुलाई को मैपमाईइंडिया ने उन्हें नोटिस भेजा था. घरेलू डिजिटल नक्शा कंपनी मैपमाईइंडिया ने भारत का नेविगेशन मानचित्र विकसित करने के ओला की मूल कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज के दावों पर सवाल उठाते हुए उसे ‘नौटंकी’ बताया है. इस बारे में संपर्क किए जाने पर मैपमाईइंडिया ने अपने मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोहन वर्मा का एक बयान साझा किया. 

वर्मा ने 12 अगस्त को कहा था, ‘‘ओला एएनआई टेक्नोलॉजीज को 2015 में लाइसेंस मिला था और हमारे मैप डेटा तक पहुंच मिली, जिसका उन्होंने उपयोग जारी रखा. हमने नियमों और शर्तों के कुछ उल्लंघन मिलने पर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है.’’ हालांकि, कंपनी ने ओला द्वारा भेजे गए कानूनी नोटिस पर कोई ताजा ब्योरा साझा नहीं किया.