National Startup Day: स्टार्टअप इंडिया को 8 साल पूरे, 350 गुना बढ़े स्टार्टअप, जानिए क्या-क्या बदला
हर साल 16 जनवरी को नेशनल स्टार्टअप दिवस (National Startup Day) मनाया जाता है. स्टार्टअप इंडिया को अब 8 साल पूरे हो चुके हैं और इस दौरान भारत में स्टार्टअप कल्चर ने बहुत तरक्की की है. आइए जानते हैं पिछले 8 सालों में स्टार्टअप की दुनिया में क्या-क्या बदला.
भारत में स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. सरकार की तरफ से इसे प्रमोट करने के लिए ही 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया (Startup India) की शुरुआत की गई थी. हालांकि, स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत करने की घोषणा पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2015 को ही कर दी थी. अब हर साल 16 जनवरी को नेशनल स्टार्टअप दिवस (National Startup Day) मनाया जाता है. स्टार्टअप इंडिया को अब 8 साल पूरे हो चुके हैं और इस दौरान भारत में स्टार्टअप कल्चर ने बहुत तरक्की की है. आइए जानते हैं पिछले 8 सालों में स्टार्टअप की दुनिया में क्या-क्या बदला.
कितने बढ़ गए स्टार्टअप?
स्टार्टअप इंडिया की वेबसाइट के अनुसार 15 जनवरी तक कुल मिलाकर 1,18,331 स्टार्टअप ऐसे हैं, जिन्हें डीपीआईआईटी की मान्यता मिली हुई है. यानी यह सभी स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर्ड माने जाएंगे और इन्हें स्टार्टअप इंडिया की पहल के सभी फायदे मिलेंगे. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने मई 2023 के दौरान एक बयान में कहा था कि 2014 से पहले भारत में सिर्फ 350 स्टार्टअप थे. इस तरह पिछले 10 सालों में स्टार्टअप की संख्या करीब 350 गुना बढ़ चुकी है.
यूनिकॉर्न्स की संख्या कितनी हुई?
अगर बात यूनिकॉर्न्स की करें तो 2014 से पहले देश में महज 9-10 यूनिकॉर्न थे, जबकि अब इनकी संख्या करीब 110 तक पहुंच चुकी है. बता दें कि यूनिकॉर्न उन स्टार्टअप को कहा जाता है, जिनका वैल्युएशन 1 अरब डॉलर से अधिक हो जाता है.
2,977 स्टार्टअप्स को मिली टैक्स में छूट
स्टार्टअप इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक अभी तक 2,977 ऐसे स्टार्टअप हैं, जो इनकम टैक्स में छूट हासिल कर चुके हैं. बता दें कि अगर कोई स्टार्टअप डीपीआईआईटी के तहत रजिस्टर होता है तो उसे शुरुआती 10 सालों में किसी 3 साल तक इनकम टैक्स में छूट मिलती है.
12 लाख नौकरियां हुईं पैदा
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से इस संदर्भ में आखिरी बार 26 दिसंबर 2023 को रिलीज जारी की गई थी. इसके तहत 1.14 लाख रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स ने इस अवधि में करीब 12 लाख नौकरियां पैदा की. इस तरह देखें तो हर स्टार्टअप ने औसतन 11 नौकरियां पैदा कीं यानी करीब 11 लोगों को नौकरी दी.
स्टार्टअप्स को मिली कितनी फंडिंग?
सरकार ने 2016 में ही स्टार्टअप्स को आगे बढ़ाने के लिए SIDBI Fund of Funds स्कीम की शुरुआत की थी. इसके तहत 10 हजार करोड़ रुपयों का कॉर्पस बनाया गया था, जिससे स्टार्टअप्स को मदद की जानी थी. पिछले 8 सालों में इस फंड के जरिए करीब 3682 स्टार्टअप्स को फंडिंग मिली है. यानी ये कहना गलत नहीं होगा कि सरकार ने 3682 स्टार्टअप को आर्थिक मदद मुहैया कराई है.