मुकेश अंबानी के नए वेंचर में यह दिक्कत डाल सकती है बाधा, ऐसे निकलेंगे इस जाल से
ई-कॉमर्स की दुनिया में धाक जमाने वाली अमेजन (Amazon), फ्लिपकार्ट (Flipkart), वॉलमार्ट (Walmart) के मैनेजमेंट में खलबली है, क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ई-कॉमर्स कारोबार में उतरने का ऐलान किया है.
जियो के मौजूदा समय में 280 मिलियन ग्राहक हैं.(फोटो : Pixabay)
जियो के मौजूदा समय में 280 मिलियन ग्राहक हैं.(फोटो : Pixabay)
ई-कॉमर्स की दुनिया में धाक जमाने वाली अमेजन (Amazon), फ्लिपकार्ट (Flipkart), वॉलमार्ट (Walmart) के मैनेजमेंट में खलबली है, क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ई-कॉमर्स कारोबार में उतरने का ऐलान किया है. लेकिन इसमें डाटा शेयरिंग बड़ी समस्या बन रही है. इसका कारण यह है Reliance Jio Infocomm Ltd और Reliance Retail दोनों अलग-अलग कंपनियां हैं.
कंपनी के एक वरिष्ठ कार्यकारी ने लाइव मिंट से कहा कि दो कंपनियों के बीच ग्राहकों की जानकारी साझा करना कानूनन वैध नहीं है. डाटा प्राइवेसी नियम इसमें आड़े आ रहा है. रिलायंस रिटेल लिमिटेड के CFO अश्विन खशिगवाला ने कहा कि दोनों कंपनियां अलग हैं. हालांकि नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शुरू करने के लिए रिलायंस समूह की क्या योजना, इस बारे में उन्होंने खुलासा नहीं किया. जानकारों की मानें तो संभव है कि रिलायंस ग्रुप दोनों कंपनियों को मर्ज कर नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शुरू करे.
वाइब्रेंट गुजरात समिट में हुआ था ऐलान
बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात समिट में मुकेश अंबानी ने ई-कॉमर्स क्षेत्र में उतरने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही JIO की मदद से ई-कॉमर्स की दुनिया में प्रवेश करेगी. वह अपने 12 लाख रिटेलर्स व दुकानदारों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि JIO और रिलायंस रिटेल मिलकर यूनीक न्यू कॉमर्स प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेंगे ताकि गुजरात में मौजूद उसके 12 लाख छोटे रिटेलरों और दुकानदारों को सपोर्ट मिल सके. रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो टेलिकॉम सर्विस, मोबाइल डिवाइस और एक बड़े रिटेल नेटवर्क के जरिए दुनिया की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों Walmart, Amazon और Flipkart को चुनौती देगी.
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जियो के 280 मिलियन ग्राहक
जियो के मौजूदा समय में 280 मिलियन ग्राहक हैं. अगर रिलायंस रिटेल की बात की जाए तो 6500 से ज्यादा शहरों में 10 हजार से अधिक आउटलेट हैं. रिलायंस रिटेल के शीर्ष कार्यकारी वी. सुब्रमण्यम ने बताया कि हमारी योजना जियो ऐप और डिवाइस के जरिए सभी दुकानदारों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की है. जानकार बताते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑनलाइन मार्केट में कदम रखने से ऑनलाइन मार्केटिंग की लागत घटेगी और इसका एक बड़ा लाभ सीधे ग्राहकों को होगा.
नई ई-कॉमर्स नीति का मिलेगा फायदा
बता दें कि अभी हाल ही में सरकार ने नई ई-कॉमर्स नीति जारी की थी. इस नीति के मुताबिक, विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियां उन कंपनियों के उत्पाद नहीं बेच सकती जिनमें वह खुद हिस्सेदार हैं. इसके अलावा विशेष पेशकश और भारी छूट पर भी रोक लगायी गई है. ई-कॉमर्स गतिविधियों में 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी है. इन नए नियमों का रिलायंस इंडस्ट्री को सीधे फायदा मिलेगा. क्योंकि रिलायंस का खुद का जियो मनी है. ऐसे में पेटीएम जैसे मनी प्लेटफॉर्म के सामने भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति
ब्लूमवर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी की संपत्ति में लगातार इजाफा हो रहा है. वर्ष 2009 से लेकर अबतक उनकी संपत्ति में 174 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. वर्तमान में उनकी संपत्ति 3,11,965 करोड़ रुपये की है.
12:33 PM IST