नोएडा के स्टार्टअप Leverage Edu ने 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 328 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) जुटाई है. यह फंडिंग सीरीज सी फंडिंग राउंड के तहत जुटाई गई है, जिसका नेतृत्व Educational Testing Service (ETS) ने किया है. ETS इस स्टार्टअप (Startup) में पहले से भी निवेशक है. Leverage Edu विदेश पढ़ाई करने जाने वालों को मदद मुहैया कराती है. 

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इस फंडिंग राउंड के साथ स्टार्टअप का वैल्युएशन 150 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. अगर पिछले साल के सीरीज बी राउंड से तुलना की जाए तो यह आंकड़ा करीब 25 फीसदी ज्यादा है. मार्च 2022 में इस एडटेक स्टार्टअप ने 22 मिलियन डॉलर की फंडिंग उठाई थी. यह फंडिंग 120 मिलियन डॉलर के वैल्युएशन पर उठाई गई थी. इसमें फंड्स के एक कन्सॉर्टियम, फैमिली ऑफिस और इंडिविजुअल एंजेल्स ने हिस्सा लिया था.

इस कंपनी में पहले से ही Blume Ventures, Kaizenvest PE, DSP Mutual Fund, Tomorrow Capital, DSG Consumer Partners और Trifecta Capital ने पैसे लगाए हैं. यह फंडिंग उस वक्त में मिली है जब हर तरफ फंडिंग विंटर की बातें हो रही हैं. इस वक्त बहुत ही कम एडटेक स्टार्टअप ठीक से काम कर पा रहे हैं. यहां तक कि बायजू जैसे यूनिकॉर्न भी भारी नुकसान झेल रहे हैं. 

प्राइवेट मार्केट डेटा कंपनी Tracxn के अनुसार एडटेक फंडिंग में तगड़ी गिरावट देखने को मिली है. अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच एडटेक सेक्टर को सिर्फ 1.33 अरब डॉलर की फंडिंग मिली, जबकि इससे पिछले साल यह आंकड़ा 6.22 अरब डॉलर था.

Leverage Edu कंपनी की शुरुआत 2017 में अक्षय चतुर्वेदी ने की थी. यह कंपनी स्टूडेंट्स को दूसरे देशों में जाने में मदद करती है. इसमें भारत, नाइजीरिया और नेपाल जैसे देश भी शामिल हैं. यहां स्टूडेंट्स हायर एजुकेशन हासिल करने के लिए जाते हैं. इस प्लेटफॉर्म के जरिए स्टूडेंट्स को काउंसलिंग, एप्लिकेशन सपोर्ट, कॉलेज एडमिशन में मदद, एजुकेशन लोन, इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर और रहने की जगह की व्यवस्था में मदद जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं. साल 2023 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 100 करोड़ रुपये रहा है.