Lenskart ने एआई आधारित कंप्यूटर विजन स्टार्टअप Tango Eye का अधिग्रहण कर लिया है. इस अधिग्रहण (Acquisition) से लेंसकार्ट का प्लान है कि वह विजुअल आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल स्टोर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने और साथ ही अपने प्रोडक्ट एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने में करेगा. 

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Lenskart इस स्टार्टअप Tango Eye में अर्ली स्टेज की इन्वेस्टर भी रही है. इस अधिग्रहण से लेंसकार्ट के उस कमिटमेंट को मजबूती मिलेगी, जिसके तहत वह टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के बिजनेस प्रॉब्लम को सॉल्व करना चाहते हैं और ग्राहकों को संतुष्ट करना चाहते हैं.

इस पार्टनरशिप पर पीयूष बंसल ने जताई खुशी

लेंसकार्ट के को-फाउंडर और सीईओ पीयूष बंसल ने कहा- 'हमने अब इस टेक्नोलॉजी को अपनी फैक्ट्री तक में लागू कर दिया है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि एआई के जरिए ज्यादा बेहतर क्वाालिटी चेक होगा. मैं Suren और Tango Eye के साथ इस पार्टनरशिप को लेकर काफी उत्साहित हूं.'

स्टोर से लेकर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तक काम कर रही टेक्नोलॉजी

स्टोर्स में Tango AI टेक्नोलॉजी स्टोर के सीसीटीवी को एनालाइज करती है और एनालिटिक्स मुहैया कराता ही. इससे कस्टमर फ्लो को ऑप्टिमाइज करने में मदद मिलती है. इसी तरह मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट में Tango AI टेक्नोलॉजी इसके लेंस और चश्मों की क्वालिटी चेक को ऑटोमेट कर रहे हैं.

 

क्या बोले Tango Eye के फाउंडर?

Tango Eye के फाउंडर और सीईओ Suren Gounder ने कहा- हम अपनी टेक्नोलॉजी को अब रिटेल से भी आगे ले जाने पर काम कर रहे हैं, जिससे पूरी कंपनी के तमाम प्रोसेस में विश्वसनीयता बेहतर हो सके. लेंसकार्ट के साथ पार्टनरशिप के जरिए हमें उम्मीद है कि हम टेक्नोलॉजी और टैलेंट में काफी अधिक निवेश करेंगे.

2010 में शुरू हुई थी कंपनी

लेंसकार्ट की शुरुआत 2010 में हुई थी. यह एक टेक आधारित स्टार्टअप है, जो भारत का प्रीमियर आईवीयर ब्रांड बनकर उभरा है. मौजूदा वक्त में कंपनी सालाना आधार पर 1 करोड़ चश्मे बेचती है. इसके ऐप के करीब 4 करोड़ डाउनलोड हैं. ब्रांड के तगड़े नेटवर्क में 500 ऐसे आई टेस्ट रीप्रजेंटेटिव हैं जो  घर जाकर टेस्ट करते हैं. वहीं 2000 से भी ज्यादा कंपनी के स्टोर हैं, जो भारत ही नहीं, बल्कि सिंगापुर, जापान, थाईलैंड, ताइवान और मिडिल ईस्ट में मौजूदा है.