देश में ऐसे आठ हजार से अधिक स्टार्टअप (Startup) हैं जिनकी संस्थापक महिलाएं (Women Founder) हैं. अब तक इन स्टार्टअप की कुल फंडिंग (Startup Funding) लगभग 23 अरब डॉलर यानी करीब 1.90 लाख करोड़ रुपये है. गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. अग्रणी मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टेक इंडस्ट्री में स्टार्टअप में महिला उद्यमियों की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत से अधिक है और वित्त पोषित कंपनियों में यह हिस्सेदारी 14 प्रतिशत से अधिक है.

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महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप लगभग 155 अरब डॉलर की कुल भारतीय टेक फंडिंग में 14.8 प्रतिशत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं. अब तक गठित महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप की संख्या के मामले में दिल्ली-एनसीआर अग्रणी है. इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई हैं.

निष्कर्षों से पता चला है कि महिलाओं के नेतृत्व में दो हजार से अधिक स्टार्टअप को अब तक फंडिंग प्राप्त हुई है. अन्य लगभग छह हजार कंपनियों को फंडिंग नहीं मिली है जिनमें से 590 का राजस्व 30 हजार डॉलर से अधिक है. देश में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप द्वारा जुटाई गई फंडिंग की हिस्सेदारी पिछले एक दशक में बढ़ी है. यह वर्ष 2020 से 2022 तक देश में कुल स्टार्टअप फंडिंग के 15 प्रतिशत से अधिक है.

इस क्षेत्र में 2024 के पहले दो महीनों में 10 करोड़ डॉलर की फंडिंग देखी गई है. महिला नेतृत्व वाले 2,300 वित्त पोषित स्टार्टअप हैं, जिनमें से 13.4 प्रतिशत ने सीरीज ए चरण में फंड जुटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है और तीन प्रतिशत सीरीज सी चरण या उससे भी आगे जा चुके हैं. महिला संस्थापकों वाली कंपनियों द्वारा जुटाई गई फंडिंग के मामले में भारतीय टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है.

बी2सी ई-कॉमर्स क्षेत्र 3,434 कंपनियों के साथ इस मामले में अग्रणी है. इसके बाद 1,355 कंपनियों के साथ इंटरनेट-फर्स्ट ब्रांड और 1,181 कंपनियों के साथ सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस का स्थान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लेट्सवेंचर, वेलफाउंड और वेंचर कैटलिस्ट्स इस क्षेत्र में सबसे सक्रिय निवेशक हैं.