बाढ़ में फंसे लोगों को बचाएगा ये खास Water Drone, जानिए किसने बनाया है और कैसे करता है काम
इनोवेशन (Innovation) की दुनिया में आए दिन कोई न कोई नया प्रयोग हो रहा है. इसी बीच एशिया के सबसे बड़े डिजास्टर रेसक्यू ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशन इंडियन रेसक्यू एकेडमी (Indian Rescue Academy) ने एक ITUS वॉटर ड्रोन लॉन्च किया है.
इनोवेशन (Innovation) की दुनिया में आए दिन कोई न कोई नया प्रयोग हो रहा है. इसी बीच एशिया के सबसे बड़े डिजास्टर रेसक्यू ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशन इंडियन रेसक्यू एकेडमी (Indian Rescue Academy) ने एक ITUS वॉटर ड्रोन लॉन्च किया है. इसे खास तौर पर बाढ़ प्रभावित इलाकों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. बता दें कि इंडियन रेसक्यू एकेडमी साल 2013 में शुरू हुई कंपनी ITUS Sports and Safety Pvt Ltd का ब्रांड है.
ITUS वॉटर ड्रोन कई सारे एडवांस फीचर्स से लैस है. इनकी वजह से यह बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए बहुत ही खास असेट बन जाता है. इसमें सेल्फ-राइटिंग की क्षमता है, जिसके चलते अगर ये बाढ़ के पानी में उल्टा भी हो जाता है तो खुद ही सीधा भी हो जाता है.
इसे हाई एफिशिएंसी जेट पंप से पावर मिलती है. यह ड्रोन अपनी स्पीड और बेहतर प्रदर्शन के चलते जरूरत के वक्त में तेजी से लोगों की मदद करता है. इसे कुछ ऐसे डिजाइन किया गया है कि कठिन परिस्थितियों में भी अच्छे से काम कर सकता है. 1.25 मीटर तक की ऊंची लहरों को भी इसमें झेलने की क्षमता है.
इस वॉटर ड्रोन की पेलोड कैपेसिटी 100 किलो तक है यानी इससे 100 किलो तक के शख्स को आसानी से रेसक्यू किया जा सकता है. इससे बाढ़ प्रभावित इलाकों में जरूरत की सामग्री भी आसानी से ट्रांसपोर्ट की जा सकती है. इतना ही नहीं, इसकी टॉप स्पीड 20 नॉट है, जिसके चलते यह ड्रोन तेजी से मदद वाली जगह पर पहुंच सकता है, जिससे रेस्पॉन्स टाइम कम होता है.