अमेरिका के इस Startup ने 40% लोगों का किया Layoff, भारतीय मूल के सीईओ बोले- 'अलविदा कहने पर दुख हो रहा है'
फिनटेक स्टार्टअप Synapse में एक बड़ी छंटनी (Layoff) हुई है. इस कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ संकेत पाठक ने करीब 86 लोगों की छंटनी की है. बता दें कि यह स्टार्टअप (Startup) के 40 फीसदी वर्कफोर्स के बराबर है.
फंडिंग विंटर (Funding Winter) के इस दौर में फिनटेक स्टार्टअप Synapse में एक बड़ी छंटनी (Layoff) हुई है. न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार इस कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ संकेत पाठक ने करीब 86 लोगों की छंटनी की है. बता दें कि यह स्टार्टअप (Startup) के 40 फीसदी वर्कफोर्स के बराबर है. यानी इस छंटनी से पहले कंपनी में करीब 215 कर्मचारी रहे होंगे, लेकिन अब कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 130 के करीब आ गई है. बता दें कि इस कंपनी में ग्लोबल वीसी फर्म Andreessen Horowitz ने भी निवेश किया हुआ है.
पहले भी की जा चुकी है छंटनी
इस साल ये कंपनी की तरफ से की गई दूसरी छंटनी है. इससे पहले कंपनी ने जून के महीने में करीब 18 फीसदी स्टाफ को नौकरी से निकाला था. उस वक्त कंपनी के सीईओ संकेत पाठक ने कहा था कि उन्हें टीम की रीस्ट्रक्चर करते हुए उसे छोटा करने का यह कठिन फैसला उन क्षेत्रों में लेना पड़ रहा है, जिनमें कंपनी ग्रोथ का सही अंदाजा नहीं लगा पाई थी और लोगों को हायर कर लिया था. इस बार भी कंपनी ने कहा है- 'Synapse टीम के टैलेंटेड और डेडिकेटेड मेंबर्स को अलविदा कहने पर हमें बहुत दुख हो रहा है. हालांकि, हमारे तमाम ऑपरेशन को मैनेज करने और ग्राहकों को सपोर्ट देने के लिए हमारे पास मजबूत टीम है.'
2014 में शुरू हुआ था ये स्टार्टअप
इस स्टार्टअप की शुरुआत साल 2014 में Bryan Keltner और संकेत पाठक ने अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को में की थी. इसका मकसद सालों से चले आ रहे बैंकिंग सिस्टम का एक विकल्प मुहैया कराना था. इसके तहत ऑपरेशन में आसानी, एफिशिएंसी और किसी बैंकिंग ट्रांजेक्शन को वर्चुएल तरीके से करने के लिए इंटीग्रेशन को आसान बनाने की कोशिश की जाती है. साल 2019 में इस स्टार्टअप ने 33 मिलियन डॉलर सीरीज बी फंडिंग राउंड के तहत Andreessen Horowitz से जुटाए थे.
2022 में ही प्रॉफिटेबल हो गई थी कंपनी
जून के महीने में ही संकेट पाठक ने कहा था कि Synapse ने 2022 में ही एक अहम उपलब्धि हासिल कर ली है. इसके तहत कंपनी कैश फ्लो पॉजिटिव होकर प्रॉफिटेबिलिटी पर पहुंच गई थी. हालांकि, मौजूदा परिस्थितियां कंपनी के क्लाइंट्स और प्लेटफॉर्म को काफी प्रभावित कर रही हैं, जिससे ग्रोथ पर असर पड़ रहा है.