आज के वक्त में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन की बात हर तरफ होती दिखती है. यही वजह है कि अब ई-बाइक यानी बैटरी से चलने वाली साइकिल ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया है. हालांकि, अगर कहीं दूर जाना हो तो कैसे जाएं? इसी समस्या का समाधान लेकर आया है स्टार्टअप Hornback, जिसने शार्क टैंक इंडिया में भी शिरकत की और सबका दिल जीत लिया. अब दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) भी इस साइकिल को देखकर इंप्रेस हो गए हैं और ट्विटर पर उसकी तारीफों के पुल बांध दिए हैं.

क्या बोले आनंद महिंद्रा?

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आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा है- 'IIT बॉम्बे के बच्चों ने एक बार फिर हमें गर्व महसूस कराया है. उन्होंने दुनिया में पहली बार फुल साइज व्हील वाली डायमंड फ्रेम फोल्डेबल साइकिल बनाई है. इसने ना सिर्फ इसे बाकी फोल्डेबल बाइक से 35 फीसदी तक बेहतर बनाया है, बल्कि मीडियम से लेकर हाई स्पीड तक में इसकी वजह से साइकिल स्टेबल रहती है.  मैं अपनी HORNBACK X1 बाइक लेकर ऑफिस के आस-पास घूमा.' अपनी पोस्ट में आनंद महिंद्रा ने ये भी साफ किया है कि उन्होंने इस स्टार्टअप में निवेश किया है.

धर्मेंद्र प्रधान ने भी की तारीफ

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी आनंद महिंद्रा के पोस्ट को रीट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है- आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्रों को इस सस्टेनेबल मोबिलिटी सॉल्यूशन के लिए बधाई. भारत के लोग बेहतर भविष्य के लिए नए-नए मौके पैदा कर रहे हैं और साथ ही इस खेल के नए नियम लिख रहे हैं. उन्होंने लोगों को इस साइकिल के लिए प्रोत्साहित करने और हॉर्नबैक बाइक में निवेश करने के लिए आनंद महिंद्रा की भी तारीफ की.

Hornback X1 दुनिया की पहली ऐसी फोल्डेबल डायमंड फ्रेम ई-बाइक है, जिसे आईआईटी बॉम्बे के स्टूडेंट्स Nishith Parikh और Rajkumar Kewat ने बनाया है. इसकी कीमत 44,999 रुपये से शुरू होती है. इस ई-बाइक में 250 वॉट की मोटर लगी है और एक 36 वोल्ट की बैटरी लगी है. एक बार चार्ज करने के बाद इस बैटरी से ये साइकिल करीब 70 किलोमीटर तक चल सकती है. इस साइकिल की टॉप स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इसके अलावा इस साइकिल में एक एलसीडी डिस्प्ले भी है, जिसमें कई तरह की जानकारियां दिखती हैं. इसमें स्पीडोमीटर भी है. इस साइकिल का वजन करीब 15 किलो है.

जब कंपनी ने सितंबर के महीने में इसे नागपुर में लॉन्च किया था, उस वक्त नितिन गडकरी भी वहां पहुंचे थे और इसकी तारीफ की थी. 

नागपुर मेट्रो में इस साइकिल को अंदर ले जाने की अनुमति मिल गई है, जिसकी पोस्ट कंपनी ने ट्विटर पर शेयर की है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में बाकी मेट्रो भी फास्ट, ईको-फ्रेंडली और हेल्थी लास्ट माइल कम्युटिंग ई-बाइक को ट्रेन में ले जाने की इजाजत देंगे. 

शार्क टैंक इंडिया में भी आ चुका है ये स्टार्टअप

फोल्डेबल ई-बाइक का ये स्टार्टअप शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीजन में भी आ चुका है. वहां पर हॉर्नबैक ने 50 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 50 लाख रुपये में कंपनी की 1 फीसदी इक्विटी देने की पेशकश की थी. यह आइडिया तो हर शार्क को अच्छा लगा था, लेकिन किसी ने भी इसमें निवेश नहीं किया, क्योंकि उन्हें इसका मार्केट बहुत छोटा लग रहा था. हालांकि, कारदेखो के फाउंडर अमित जैन ने 50 लाख रुपये के बदले 3 फीसदी इक्विटी तक का ऑफर दिया था, यानी 16.6 करोड़ रुपये की वैल्युएशन लगाई थी. लेकिन हॉर्नबैक के फाउंडर्स ने उस डील को लेने से मना कर दिया था. आखिरकार अमित ने अपनी मांग को कम करते हुए 2.5 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये का ऑफर दिया और स्टार्टअप की वैल्यू 20 करोड़ रुपये लगाई. इस पर डील हो गई थी.