₹15 करोड़ की फंडिंग, 3000 नौकरियां, 7 लाख किसानों की मदद.. जानिए IIM काशीपुर कैसे कर रहा Startups को प्रमोट
उत्तराखंड के आईआईएम काशीपुर में हुए Uttishtha 2024 में प्रतिभाशाली युवाओं की तरफ से कई दूरदर्शी स्टार्टअप (Startup) का प्रदर्शन किया गया. स्टार्टअप सहायता योजनाओं के तहत स्टार्टअप्स ने कुल 14.6 करोड़ रुपए की फंडिंग जुटाई है.
फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (फीड) और आईआईएम काशीपुर (IIM Kashipur) में ई-सेल का दो दिवसीय प्रतिभा, नवाचार और रचनात्मकता से भरे कृषि मेला स्टार्ट-अप एक्सपो (Agri startup expo) का 7वां संस्करण ‘उत्तिष्ठ 2024’ संपन्न हो गया है. उत्तराखंड के आईआईएम काशीपुर में हुए Uttishtha 2024 में प्रतिभाशाली युवाओं की तरफ से कई दूरदर्शी स्टार्टअप (Startup) का प्रदर्शन किया गया.
स्टार्टअप सहायता योजनाओं के तहत स्टार्टअप्स ने कुल 14.6 करोड़ रुपए की फंडिंग जुटाई, जिनमें से कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आरकेवीवाई रफ्तार रबी योजना द्वारा वित्त वर्ष 23-24 में 13 कृषि केंद्रित स्टार्टअप्स को 1.30 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं और 2.89 करोड़ रुपए दिए गए हैं. स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत 13 स्टार्टअप को मंजूरी दी गई.
200 से भी ज्यादा स्टार्टअप्स को दी फंडिंग
आईआईएम काशीपुर के फीड की सहायता से, बिजक, लूपवॉर्म, ग्रीनपॉड लैब्स, इनफीयू लैब्स, एग्रोनक्स्ट, इंडस्टिल और इकायु फूडलैब्स जैसे कई शानदार स्टार्टअप्स ने बाहरी उद्यम पूंजी फर्मों और एंजेल से 320 करोड़ रुपए और उससे अधिक की निवेशक फंडिंग जुटाई है. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की आरकेवीवाई रफ्तार रबी योजना के तहत आईआईएम काशीपुर फीड ने 2018 में अपनी स्थापना के बाद से 200 स्टार्टअप को फंडिंग और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया है, जिसमें कृषि-केंद्रित फोकस वाले 68 स्टार्टअप शामिल हैं.
100 से भी ज्यादा स्टार्टअप ने लिया हिस्सा
उत्तराखंड की पहाड़ियों से 100 होनहार कृषि-स्टार्टअप और समुदाय-केंद्रित व्यवसायों ने कृषि मेले में भाग लिया. उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं का प्रदर्शन किया, जो कृषि उद्योग और इसके सहायक इकोसिस्टम का समर्थन करते हैं.
प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी, निदेशक, आईआईएम काशीपुर ने कहा, "आईआईएम काशीपुर स्टार्टअप इकोसिस्टम को समर्थन करने के लिए कई मुखों पर प्रतिबद्ध है, जिसमें और अधिक शैक्षिक सदस्यों को शामिल करके इंक्यूबेटिज को प्रशिक्षित करना और उन्हें हर संभावना से योगदान और समर्थन प्रदान करना शामिल है. भारत सरकार का निरंतर समर्थन उच्च शिक्षा संस्थानों में इंक्यूबेटर्स की गतिविधियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है. फीड ने अपने संगठन की शुरुआत से ही 2018 में 189 स्टार्टअप्स को इंक्यूबेट किया है, जिससे 3000 से अधिक नौकरियां बनी हैं. आईआईएम काशीपुर ने पहले ही 7 लाख किसानों पर प्रभाव डाला है."
आईआईएम काशीपुर को मिला अटल समुदाय इनोवेशन सेंटर
प्रोफेसर सफल बत्रा, फीड के प्रबंध निदेशक और आईआईएम काशीपुर के ई-सेल के अध्यक्ष ने कहा, "पूरे भारत में हम कुशल उद्यमिता के नेता के रूप में पहचाने जाते हैं. भारत सरकार के नीति आयोग ने आईआईएम काशीपुर को अटल समुदाय इनोवेशन सेंटर प्रदान किया है. हम उत्तराखंड के ग्रासरूट स्तर पर किसान उत्पादक संगठनों के साथ काम कर रहे हैं, जहां हमारी तरह, हम 15 एफपीओ को प्रशिक्षित करने की योजना बना रहे हैं. भविष्य में, यह केंद्र उन उपलब्धियों के रूप में प्रमुख होगा जो इसने प्राप्त की हैं."
आईआईएम काशीपुर द्वारा प्रभावशाली इनोवेशन प्रस्तुत किए गए, जैसे स्केलअप पिचथॉन, एक राष्ट्रीय लाइव स्टार्टअप पिचिंग प्रतियोगिता जिसमें शीर्ष तीन रचनात्मक उद्यमों को 100 से अधिक सरकारी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप के पूल से चुना गया और इनमें सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप बनने के लिए 1.5 लाख रुपये के पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा हुई.
उड़ान 7.0 के तहत 7 टीमों ने जीते 50 हजार रुपये के पुरस्कार
राष्ट्रीय व्यापार योजना प्रतियोगिता ‘उड़ान 7.0’ एक और उल्लेखनीय पहल है जो भावी विद्यार्थियों को प्रोफेसरों और उद्योग के पेशेवरों के सामने अपने रचनात्मक विचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करती है. 300 से अधिक टीमों में से शीर्ष 7 टीमों ने कुल मिलाकर 50,000 रुपए के नकद पुरस्कार जीते.
इन स्टार्टअप्स को मिली बड़ी फंडिंग
मेले में क्रुशिका नेचुरल्स प्रा. लिमिटेड 25 लाख, हिमशिल्पी हुनर एलएलपी 5 लाख, ज़रीन गॉरमेट प्राइवेट लिमिटेड 25 लाख, माय पहाड़ी दुकान 25 लाख, बाबा एग्रोटेक 20 लाख, एसएस एग्रीकल्चर इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड 5 लाख और स्वस्थ समृद्धि प्राइवेट लिमिटेड 25 लाख. इस निधि का उद्देश्य इन उद्यामों के विकास को बढ़ावा देना और उद्यमी अर्थव्यवस्था में योगदान करना है.