बस 6 प्वाइंट में समझें कैसे बनाएं Startup के लिए Business Plan, निवेशक खिंचे चले आएंगे आपके पास
बिजनेस प्लान दिखाता है कि आपका टारगेट क्या है, आपका स्टार्टअप कैसे ग्रो करेगा, आपकी ग्रोथ स्ट्रेटेजी क्या होगी, पैसों का इंतजाम कैसे होगा और सबसे जरूरी इसमें आपके बिजनेस आइडिया के बारे में सब कुछ डिटेल में होता है. यानी बिजनेस प्लान बनाना बहुत जरूरी है, लेकिन सवाल ये है कि ये बिजनेस प्लान (Business Plan) बनता कैसे है.
आज के वक्त में स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. सरकार भी इसे खूब प्रमोट कर रही है, जिसकी वजह से छोटे शहरों से भी शानदार स्टार्टअप निकल कर आ रहे हैं. हालांकि, अगर आप अपने स्टार्टअप को बड़ा और सफल बनाना चाहते हैं तो आपको जरूरत होती है बहुत सारे फंड की. ये पैसा या तो आपको निवेशकों से मिलता है या फिर आपको बैंक से लोन लेना होता है. इन दोनों की काम के लिए जरूरत होती है एक बिजनेस प्लान की. यह बिजनेस प्लान दिखाता है कि आपका टारगेट क्या है, आपका स्टार्टअप कैसे ग्रो करेगा, आपकी ग्रोथ स्ट्रेटेजी क्या होगी, पैसों का इंतजाम कैसे होगा और सबसे जरूरी इसमें आपके बिजनेस आइडिया के बारे में सब कुछ डिटेल में होता है. यानी बिजनेस प्लान बनाना बहुत जरूरी है, लेकिन सवाल ये है कि ये बिजनेस प्लान (Business Plan) बनता कैसे है. आइए जानते हैं.
1- बिजनेस की एग्जिक्युटिव समरी बनाएं
यह दरअसल आपका बिजनेस आइडिया होता है, जिसे डिटेल में समझाया गया होता है. आपको एक एग्जिक्युटिव समरी बनानी बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे ही आपके बिजनेस के बारे में तमाम बातें पता चलती हैं. इसमें आपको अपने बिजनेस का विजन और मिशन, टारगेट मार्केट, कॉम्पटीशन से तुलना जैसी चीजें लिखी जाती हैं. इसे पढ़ने के बाद कोई भी आपके बिजनेस को अच्छे से समझ सकता है और उसी आधार पर अपनी आगे की स्ट्रेटेजी बनाता है.
2- कंपनी के बारे में बताएं
बिजनेस प्लान में आपको अपनी कंपनी के बारे में भी पूरी जानकारी देनी होती है. आपको बताना होता है कि आपका बिजनेस किस चीज का है, उसका लीगल स्ट्रक्चर क्या है और बिजनेस की लोकेशन क्या है. आपको अपने प्रोडक्ट और सर्विस के बारे में बताना होता है, उसकी यूनीक बात को हाइलाइट करना होता है और ये बताना होता है कि वह प्रोडक्ट टारगेट ऑडिएंश की जरूरतों को पूरा कैसे करेगा. अपने टारगेट मार्केट के बारे में बताते हुए आपको ये बताना होता है कि आप उस मार्केट में अपने बिजनेस को कैसे पोजीशन करना चाहते हैं. इसके अलावा आपको अपने टीम मेंबर्स के बारे में भी बताना होगा, साथ ही ये भी बताना होगा कि वह किस क्षेत्र के अनुभवी हैं.
3- मार्केट एनालिसिस
आपको एक मार्केट एनालिसिस करनी बहुत जरूरी है, जिससे आपको मार्केट के बारे में अच्छे से पता चलेगा. इसके तहत आपको टारगेट मार्केट के बारे में समझना चाहिए, लोगों के सामान खरीदने के पैटर्न को समझना चाहिए. उनके फीडबैक को भी तवज्जो देनी चाहिए. मार्केट में मौजूद मौकों को तो देखें ही, ये भी देखें कि आपके लिए उन बाजार में चुनौतियां क्या हैं. इसके अलावा अपने प्रतिद्वंद्वी के बारे में भी पूरी रिसर्च करें और जाने की उसकी ताकत क्या है और वह कमजोर कहां है. इससे आपको अपने स्टार्टअप को इफेक्टिव तरीके से पोजीशन करने और कुछ हट के स्ट्रेटेजी डेवलप करने में मदद मिलेगी.
4- बिजनेस के लिए टीम बनाना
आप अपनी कंपनी के लिए किन लोगों की टीम बना रहे हैं और उसका स्ट्रक्चर क्या होगा, ये सब आपको अपने बिजनेस प्लान में बताना होगा. तमाम टीम मेंबर्स के काम, जिम्मेदारियों और उनकी जरूरी एजुकेशन आदि के बारे में भी आपको बताना होगा. इसमें अपने मेंटर या एडवाइजरी बोर्ड के बारे में भी जरूर बताएं. किसी भी स्टार्टअप के सफल होने के पीछे सबसे बड़ा हाथ उसकी टीम का ही होता है और कोई भी निवेशक किसी भी स्टार्टअप की टीम पर काफी ध्यान देता है.
5- अपनी स्ट्रेटेजी बताएं
इसके तहत आपको मार्केटिंग और सेल्स स्ट्रेटेजी बतानी होती है, जिसकी मदद से आप अपने स्टार्टअप को प्रमोट करना चाहते हैं और ग्राहकों को लुभाना चाहते हैं. इफेक्टिव मार्केटिंग चैनल को पहचानें और अपने प्रमोशनल के तरीके को समझाएं. अपने डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन, सोशल मीडिया एंगेजमेंट, कंटेंट क्रिएशन और परंपरागत विज्ञापन के तरीकों को इसमें शामिल करें. इसमें सेल्स का एक फोरकॉस्ट भी बताएं और अपने डिस्ट्रीब्यूशन चैनल के बारे में बताएं.
6- फाइनेंशियल प्लान की स्टोरी बताएं
आपको अपने स्टार्टअप के लिए भविष्य की सेल्स और मुनाफे को लेकर एक फाइनेंशियल प्लान बनाना होगा. इसके तहत आपको बताना होगा कि आप कैसे अगले 3-5 साल या जिस भी अवधि में कितना रेवेन्यू हासिल कर सकते हैं, कितने खर्चे हो सकते हैं और इस हिसाब से आपका मुनाफा क्या रह सकता है. जब भी कोई निवेशक आपके बिजनेस प्लान को पढ़ता है तो उसकी सबसे ज्यादा रुचि इसी सेक्शन में होती है, क्योंकि कमाई का रास्ता दिखाने वाला सेक्शन यही होता है. अगर आप कहीं पर कनफ्यूज होते हैं तो इसके लिए प्रोफेशनल की मदद लेने से ना हिचकें, वरना आपकी एक छोटी सी गलती की वजह से निवेशक आपसे दूर हो सकता है.