आज के वक्त में स्टार्टअप (Startup) कल्चर काफी लोकप्रिय हो रहा है. आए दिन कोई न कोई नया स्टार्टअप शुरू हो रहा है. जिस तरह किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके नाम से होती है, ठीक वैसे ही स्टार्टअप की पहचान भी उसके नाम से होती है. वैसे तो अक्सर ही आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि 'नाम में क्या रखा है', लेकिन जब बात बिजनेस की आती है तो नाम एक बड़ी भूमिका निभाता है. ऐसे में जब आप अपने स्टार्टअप के लिए नाम का चुनाव (How to choose Startup Name) करें या यूं कहें कि स्टार्टअप का नामकरण करें तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं कैसे चुनें स्टार्टअप के लिए एक अच्छा सा नाम.

पहले जानिए 'नाम में क्या रखा है'...

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बात अगर एमबीए चायवाला की करें, चाय सुट्टा बार की करें, बीटेक पानीपुरी वाली की करें या ठग्गू के लड्डू की करें, इन सब में एक बात कॉमन है. कॉमन बात ये है कि इन सभी के नाम बहुत ज्यादा आकर्षक हैं. एक बार इनका नाम सुनते ही इनके बारे में ज्यादा जानने का मन करता या एक बार उस बिजनेस के प्रोडक्ट को ट्राई करने का मन करता है. यानी एक बात तो तय है कि नाम में बहुत कुछ रखा है. खासकर आज के वक्त में, जब डिजिटल मीडिया का दौर है और लोग रातों-रात वायरल हो जाते हैं.

कैसे चुनें एक अच्छा सा नाम?

बिजनेस का नाम कुछ ऐसा चुनें जो आपके बिजनेस को दिखाए और साथ ही कुछ आकर्षक भी हो. नाम हिंदी या अंग्रेजी या संस्कृत में भी हो सकता है, लेकिन आकर्षक होना चाहिए और उसका कुछ मतलब भी निकलना चाहिए. नाम चुनते समय दोस्तों-रिश्तेदारों और इंटरनेट की मदद लेने से ना हिचकें. ये आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का जमाना है, तो चैटजीपीटी से भी एक बार नाम सर्च करने की कोशिश करें. हमेशा एक से अधिक या यूं कहें कि 5-6 नाम चुनें. इसके बाद उन्हें प्राइओरिटी में लगाएं और उसी हिसाब से चेक करें कि उस नाम से दूसरा कोई बिजनेस रजिस्टर तो नहीं. 

कैसे चेक करें, किसी और ने तो नहीं लिया ये नाम...?

 Ministry of Corporate Affairs की वेबसाइट mca.gov.in पर जाएं. वहां MCA Services पर क्लिक करें और फिर Master Data पर क्लिक करें. इसके बाद View Company / LLP Master Data पर क्लिक करें. अगले पेज पर Company / LLP Name लिखा दिखेगा, जिसके पास में एक सर्च लेंस बना होगा, उस पर क्लिक करें. यहां आपको वह नाम लिखना है जो आप अपने स्टार्टअप के लिए रखना चाहते हैं और आपका पता चल जाएगा कि उस नाम से कोई बिजनेस पहले से रजिस्टर है या नहीं.

नाम का रजिस्ट्रेशन कराएं, ट्रेडमार्क लें

जब नाम फाइनल हो जाए तो उसका रजिस्ट्रेशन करा लें और साथ ही ट्रेडमार्क भी ले लें. इसके बाद आपको बिजनेस का भी रजिस्ट्रेशन कराना होगा. नाम को तुरंत रजिस्टर कराना चाहिए, वरना कोई दूसरा उसे ले लेगा तो आपके हाथ से अच्छा खासा नाम निकल जाएगा. 

कैसे करें नाम को रजिस्टर?

Ministry of Corporate Affairs की वेबसाइट mca.gov.in पर जाएं. वहां Sign In/Sign Up पर क्लिक करें और फिर Register पर क्लिक करें. अगले पेज पर User Category में Registered User पर क्लिक करें.  User Role में Indivisual को चुनें और अपना PAN नंबर डालें. इसके बाद Next पर जाएं और वहां अपनी जानकरियां भरते हुए आगे बढ़ते रहें. इसके बाद आपका अकाउंट बन जाएगा.

अकाउंट बन जाने के बाद आपको Sign In करना होगा. इसके बाद  MCA Services पर क्लिक करें फिर Company Services पर क्लिक करें और New Application पर जाएं. इसके बाद पार्ट ए पर जाएं, जिससे बिजनेस के नाम का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. 7 दिन के अंदर अप्रूवल मिल जाएगा और आपकी इसकी जानकारी ई-मेल के जरिए मिल जाएगी. अगर आपको कोई दिक्कत आए तो किसी एक्सपर्ट की मदद लें. वहीं नाम रजिस्टर कराने के बाद 20 दिन के अंदर कंपनी का रजिस्ट्रेशन भी करा लें, वरना नाम कैंसल हो सकता है. उसके बाद आपको प्रोडक्ट या सर्विस के लिए ट्रेडमार्क भी रजिस्टर कराना होगा.

क्या होता है ट्रेडमार्क और कैसे करें रजिस्टर?

ट्रेडमार्क किसी कंपनी की वह पहचान होता है, जिससे कोई प्रोडक्ट बाकी कंपनियों से अलग होता है. कंपनी का नाम, प्रोडक्ट का नाम, सर्विस, लोगो, टैग लाइन, डिजाइन, फोटो ये सब ट्रेडमार्क हो सकता है. एक बार आपने इसे रजिस्टर करा लिया तो उसे कोई कॉपी या नकल नहीं कर सकता है. अब सवाल ये है कि कैसे करें ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन. 

ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन करने के लिए ipindia.gov.in वेबसाइट पर जाएं और Comprehensive E-Filing पर क्लिक करें. इसके बाद eFilling Trade Mark पर जाएं. अगले पेज पर आपको पहले यूजर की तरह रजिस्टर करना होगा और फिर उसके बाद आप ट्रेडमार्क रजिस्टर कर सकते हैं. ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन करवाते वक्त किसी एक्सपर्ट की मदद लेना सही रहता है, वरना एक छोटी से गलती होने पर आपको परेशान होना पड़ सकता है. ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन में करीब 20-30 हजार रुपये तक खर्च हो सकते हैं.