HealthKart ने जुटाए ₹1280 करोड़ की Funding, एक झटके में कंपनी की वैल्युएशन हो गई 4000 करोड़ रुपये
HealthKart ने अपने दूसरे फंडिंग राउंड में 153 मिलियन डॉलर (लगभग 1280 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व प्राइवेट इक्विटी फर्म ChrysCapital और Motilal Oswal Alternates ने किया.
भारत के प्रमुख फिटनेस सप्लिमेंट ब्रांड HealthKart ने अपने दूसरे फंडिंग राउंड में 153 मिलियन डॉलर (लगभग 1280 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व प्राइवेट इक्विटी फर्म ChrysCapital और Motilal Oswal Alternates ने किया. इस राउंड में Neo Group और मौजूदा निवेशक A91 Partners ने भी हिस्सा लिया है.
इस निवेश के बाद HealthKart का वैल्युएशन लगभग 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,000 करोड़ रुपये) हो गया है, जो 2022 की फंडिंग राउंड में इसके मूल्यांकन से काफी ज्यादा है. 2022 में कंपनी का मूल्यांकन 370 मिलियन डॉलर (करीब 3,000 करोड़ रुपये) था यानी अब इसकी वैल्यू में लगभग 35% का उछाल आया है.
2011 में हुई थी शुरुआत
HealthKart की शुरुआत 2011 में समीर महेश्वरी ने की थी. यह कंपनी खासतौर पर डिजिटल-फर्स्ट फिटनेस और न्यूट्रिशन ब्रांड्स के लिए जानी जाती है. इसके प्रमुख ब्रांड्स में MuscleBlaze, HK Vitals, और Gritzo शामिल हैं, जो खेल पोषण (sports nutrition), डायटरी सप्लीमेंट्स (dietary supplements) और बच्चों के पोषण (kids' nutrition) पर ध्यान देती है.
90 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा स्टोर
कंपनी का मानना है कि भारत में फिटनेस और हेल्थ के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है, और इसी वजह से HealthKart का बिजनेस पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ा है. इसके प्रोडक्ट्स ऑनलाइन तो उपलब्ध हैं ही, साथ ही कंपनी भारत के 90 से अधिक शहरों में 200 से ज्यादा ऑफलाइन स्टोर्स भी चला रही है, जिससे यह एक बड़ा नाम बन चुकी है.
HealthKart का कहना है कि इस नए निवेश का इस्तेमाल कंपनी की ग्रोथ को और तेज करने, नए उत्पादों के विकास और अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. खासकर, कंपनी का ध्यान भारत के छोटे और मझोले शहरों में अपने प्रोडक्ट्स को ज्यादा से ज्यादा उपलब्ध कराने पर रहेगा. इसके अलावा, कंपनी अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए भी निवेश करेगी.
भारत में फिटनेस का बढ़ता हुआ रुझान
भारत में फिटनेस और हेल्थ के प्रति जागरूकता बढ़ी है, खासकर युवा पीढ़ी में. इस बढ़ती मांग को देखते हुए HealthKart जैसे ब्रांड्स का विस्तार और निवेश का दौर तेज़ हुआ है. अब फिटनेस केवल एक ट्रेंड नहीं रहा, बल्कि एक लाइफस्टाइल बन चुका है. साथ ही, ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन और स्वास्थ्य के प्रति लोगों की जागरूकता ने ऐसे ब्रांड्स को सफलता दिलाई है जो न केवल प्रोडक्ट्स बेचते हैं, बल्कि अपने ग्राहकों को हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर प्रोत्साहित भी करते हैं.