गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) अपने संचालन के पहले वर्ष में 422 करोड़ रुपये के कारोबार से सरकार को 4 लाख करोड़ रुपये की बिक्री के साथ मार्च में चालू वित्तीय वर्ष का समापन करने को तैयार है. यह बात केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कही. राष्ट्रीय राजधानी में 'स्टार्टअप महाकुंभ' के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीईएम के पास अब 23,000 से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप हैं, जो सरकार के साथ कारोबार कर रहे हैं.

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पांच महीने के रिकॉर्ड समय में बनाया गया जीईएम, विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा आवश्यक सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद की सुविधा प्रदान करता है. मंत्री ने कहा,“सरकारी ई-मार्केटप्लेस अपने आप में एक स्टार्टअप है. यह 'स्टार्टअप इंडिया' के बाद शुरू हुआ.''

सरकार 18-20 मार्च तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में घरेलू स्टार्टअप का उत्सव, पहला 'स्टार्टअप महाकुंभ' आयोजित करने के लिए तैयार है. मंत्री ने कहा कि आज कॉलेजों से निकलने वाले युवा नौकरी चाहने वाले नहीं, बल्कि नौकरी का सृजन करने वाले बनना चाहते हैं." पीयूष गोयल ने कार्यक्रम में स्टार्टअप नेताओं और समुदाय से कहा, "यह कुछ कर सकने की भावना है, जिसे हम 'स्टार्टअप महाकुंभ' में प्रतिबिंबित करेंगे."

इस आयोजन में 1,000 से अधिक स्टार्टअप, 10 से अधिक विषयगत ट्रैक, 1,000 से अधिक निवेशक, 500 से अधिक इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर की मेजबानी की उम्मीद है. जीईएम का उद्देश्य सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता, दक्षता और गति बढ़ाना है. यह सरकारी उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्रदान करने, उनके पैसे का सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने के लिए ई-बोली, रिवर्स ई-नीलामी और मांग एकत्रीकरण के उपकरण प्रदान करता है.