Fixed Invest: ये Startup लाया FD का मार्केट प्लेस, तमाम बैंकों के रेट जानने से लेकर पैसे लगाने तक सब होगा एक ही जगह
आज भी लोगों के लिए इन्वेस्टमेंट का फेवरेट ठिकाना है एफडी (FD) यानी फिक्स्ड डिपॉजिट. लेकिन क्या एफडी के लिए कोई प्लेटफॉर्म या मार्केट प्लेस है? नहीं. एफडी के लिए मार्केट प्लेस बनाने कि जिम्मेदारी उठाई है मुंबई के स्टार्टअप Fixed Invest ने.
आज के वक्त में इन्वेस्टमेंट करने के लिए एक-दो नहीं, बल्कि कई तरह के टूल्स मौजूद हैं. आप शेयर बाजार में पैसे लगा सकते हैं, म्यूचुअल फंड ले सकते हैं, यूएस स्टॉक में भी पैसे लगा सकते हैं और यहां तक कि क्रिप्टो में भी पैसे लगा सकते हैं. इन सब में निवेश करने के लिए कोई ना कोई प्लेटफॉर्म भी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे ज्यादा लोग किसमें निवेश करते हैं? आज भी लोगों के लिए इन्वेस्टमेंट का फेवरेट ठिकाना है एफडी (FD) यानी फिक्स्ड डिपॉजिट. लेकिन क्या एफडी के लिए कोई प्लेटफॉर्म या मार्केट प्लेस है? नहीं. आज भी एफडी के लिए आपको अपने बैंक के पास जाना होता है और उसी में एफडी करानी होती है. अब जरा सोचिए कैसा होगा अगर एफडी के लिए शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड जैसा कोई प्लेटफॉर्म हो?
एफडी के लिए मार्केट प्लेस बनाने कि जिम्मेदारी उठाई है मुंबई के स्टार्टअप Fixed Invest ने. यह स्टार्टअप अपने पार्टनर बैंकों और कॉरपोरेट हाउस की एफडी को एक प्लेटफॉर्म पर लाने का काम कर रहा है. इससे आपको ये फायदा होगा कि आप एक ही जगह इन सभी जगहों के एफडी रेट की तुलना कर सकेंगे और अपने लिए बेस्ट एफडी चुन सकेंगे. इसकी शुरुआत की है 30 साल के अक्षर शाह ने, जो इस स्टार्टअप के सीईओ भी हैं. इसकी शुरुआत इसी साल 6 जनवरी को हुई थी और 1 अप्रैल से कंपनी ने ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन अभी तक यह स्टार्टअप वाट्सऐप और ऑफलाइन मोड में ही Fixed के नाम से काम कर रहा था. हाल में इस स्टार्टअप ने अपना वेब वर्जन भी लॉन्च कर दिया है, जिससे ग्राहक एक ही जगह पर तमाम बैंकों के प्लान देख सकेंगे और उनकी तुलना भी कर सकेंगे. इसी के साथ स्टार्टअप ने अपने ब्रांड Fixed को रीब्रांड करते हुए उसे Fixed Invest कर दिया गया है.
कहां से आया Fixed Invest शुरू करने का आइडिया?
अक्षर बताते हैं कि उनके पिता एक रिटेल बिजनेस करते थे और उसमें वह हमेशा कुछ पैसों की बचत करने की सोचते थे. तमाम कोशिशों के बाद भी पैसे नहीं बच पाते थे और जब कभी कुछ पैसे बचते थे तो वह उस पर कोई रिस्क नहीं लेते थे. वह ये नहीं सोचते थे कि इन पैसों को शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में लगाकर हाई रिस्क लेते हुए तगड़ा रिटर्न कमाएं. बल्कि वह ये सोचते थे कि भले ही रिटर्न थोड़ा कम रहे, लेकिन पैसों को कुछ नहीं होना चाहिए. ऐसे में वह एफडी में पैसे लगाते थे. अक्सर ही अपने पिता को ऐसा करते देख अक्षर पूछा करते थे कि आप वही 2-3 बैंकों में ही एफडी क्यों करते हैं, जिनमें अकाउंट है. ऐसे में पिता का जवाब होता था कि कोई हेल्प करे तो दूसरे बैंकों में भी बेहतर रिटर्न के लिए पैसे लगा दूं, लेकिन कोई मदद ही नहीं मिलती थी. अक्षर के मन में अपने पिता की ये बात हमेशा रही और मौके का इंजतार करते रहे.
उदय कोटक के इन्वेस्टमेंट एडवाइजर भी रहे अक्षर
अक्षर शाह ने 2015 में मुंबई यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनिरिंग की पढ़ाई की है. वहीं उन्होंने XLRI जमशेदपुर से फाइनेंस में एमबीए किया है. वहां पर वह फाइनेंस में टॉपर रहे थे और उन्हें गोल्ड मेडल मिला था. पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने 2018 में सीएसए भी पूरा कर लिया. Fixed Invest की शुरुआत करने से करीब 6 साल पहले उन्होंने कोटक में काम किया था और वहां पर वह अति धनाड्य लोगों को इन्वेस्टमेंट एडवाजरी देते थे. वह उदय कोटक के भी पर्सनल पोर्टफोलियो के एडवनाजर रह चुके हैं. लगभग 4-4.5 साल का कर के उन्होंने सीखा कि कैसे निवेश हो रहा है, क्लाइंट का पैटर्न और बिहैवियर कैसा है और सारा काम कैसे हो रहा है.
इसके बाद उन्होंने सोचा कि इसे रिटेल इन्वेस्टमेंट में लाया जाए. तभी कोटक चेरी नाम का एक रिटेल इन्वेस्टमेंट ऐप शुरू हुआ, जिसमें अक्षर को बड़ा पद मिल गया. उसकी लॉन्चिंग कराते हुए भी अक्षर ने बहुत कुछ सीखा. उन्होंने देखा कि निवेश करने वालों का अगर मामूली सा भी नुकसान होता था तो वह अपने पैसे निकाल कर ऐप को भी डिलीट कर देते थे. इसे थोड़ा समझने की कोशिश की तो पता चला कि यह वो लोग हैं, जो पहली बार हाई रिस्क रिटर्न के लिए पैसे लगाते थे और नुकसान देखकर डर जाते थे. इन लोगों ने कभी म्यूचुअल फंड या इक्विटी में पैसे नहीं डाले, वह हमेशा बैंक एफडी तक ही सीमित रहे. अक्षर कहते हैं कि सेबी के अनुसार भी लगभग 50 फीसदी लोग म्यूचुअल फंड से एक साल में ही पैसे रिडीम कर लेते हैं. ऐसे में उन्होंने तय किया कि एफडी के लिए कोई बड़ा प्लेटफॉर्म लाना है और फिर शुरुआत हुई Fixed Invest की.
अपनी तरह का पहला प्लेटफॉर्म, क्यों लगा जरूरी?
अक्षर बताते हैं कि एफडी में लोगों ने अपने कुल निवेश का करीब 70 फीसदी पैसा लगाया हुआ है, इसलिए वह इसके लिए एक प्लेटफॉर्म बनाना चाहते थे. अक्षर बताते हैं कि भारत में एफडी की मार्केट करीब 110 लाख करोड़ रुपये की है और 5 लाख करोड़ रुपये की कॉरपोरेट एफडी भी है. यानी कुल मिलाकर 115 लाख करोड़ रुपये की एफडी की मार्केट है और 30-35 करोड़ एफडी होल्डर हैं. अभी इन लोगों के पास सिर्फ यही विकल्प है कि वह अपने ही बैंक में एफडी करें. अक्षर कहते हैं कि बाकी सारे असेट क्लास अनलॉक हो चुके हैं, लेकिन एफडी अनलॉक नहीं हुआ. ऐसे में वह एफडी को सबके लिए अनलॉक करना चाहते थे और एफडी का मार्केट प्लेस बनाना चाहते थे.
अब समझिए क्या करता है ये स्टार्टअप
इक्विटी से लेकर म्यूचुअल फंड तक जैसे हाई रिस्क हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म तो हैं, लेकिन एफडी जैसे लो रिस्क पर रिटर्न देने वाले टूल का कोई प्लेटफॉर्म नहीं है. ऐसे में अक्षर ने Fixed Invest की शुरुआत की है, जिस पर वह अपने पार्टनर बैंकों और कॉरपोरेट हाउस के एफडी रेट एक ही जगह दिखाते हैं. यहां आप 4 काम कर सकते हैं, एफडी सर्च कर सकते हैं, उनकी तुलना कर सकते हैं, उनमें इन्वेस्ट कर सकते हैं और साथ ही उसे ट्रैक भी कर सकते हैं. अगर आप Fixed Invest के जरिए एफडी कराते हैं तो आपका उस बैंक में अकाउंट होना जरूरी नहीं है. साथ ही इस प्रक्रिया में ना तो आपको बैंक जाना होगा, ना ही कोई पेपर वर्क करना होगा, सब कुछ डिजिटल होगा. इतना ही नहीं, आपको किसी तरह की कोई फीस भी नहीं चुकानी होगी.
क्या इस स्टार्टअप के जरिए इन्वेस्ट करना सुरक्षित है?
जब कभी बात रुपये-पैसे की आती है तो हर किसी के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि क्या ये सुरक्षित है? कहीं कल को ये स्टार्टअप बंद हो गया या भाग गया तो हम क्या करेंगे? अक्षर बताते हैं कि लोगों का पैसा उनके स्टार्टअप में निवेश नहीं हो रहा, बल्कि सीधे बैंक में ही निवेश हो रहा है. Fixed Invest तो सिर्फ एक प्लेटफॉर्म दे रहा है. इसके लिए स्टार्टअप ने अपनी टेक्नोलॉजी को बैंक की टेक्नोलॉजी के साथ जोड़कर एक गेटवे दिया है, जिसके जरिए अब आप आप इस प्लेटफॉर्म के जरिए ही निवेश कर सकेंगे. आप जो भी पैसे निवेश करेंगे वह सीधे बैंक में निवेश होंगे. आपकी केवाईसी भी बैंक की तरफ से ही होगी. जैसे ही कोई बैंक अपने एफडी रेट अपडेट करेगा, वैसे ही आपको भी उसकी जानकारी हो जाएगी. अभी इस स्टार्टअप ने एक्सिस बैंक, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, आईसीआईसीआई होम फाइनेंस, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक, बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस और महिंद्रा फाइनेंस से पार्टनरशिप की हुई है.
क्या है कंपनी बिजनेस मॉडल?
यह स्टार्टअप एफडी कराने पर बैंक से कुछ पैसे चार्ज करता है. यानी पहली बात तो ये है कि ग्राहकों के लिए यह प्लेटफॉर्म बिल्कुल फ्री है. अगर कोई ग्राहक इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए बैंक से एफडी लेता है तो उस पर बैंक की तरफ से इस प्लेटफॉर्म को एक तय ब्रोकरेज चुकाई जाती है. मौजूदा वक्त में यही इस स्टार्टअप की कमाई है.
चुनौतियां भी कम नहीं
अक्षर बताते हैं कि अभी बैंकों का भरोसा जीतना ही सबसे बड़ी चुनौती है. बैंकों को यह समझाने में वक्त लग रहा है कि कैसे यह प्लेटफॉर्म उनके लिए एफडी के ग्राहक ला सकता है और एफडी का फ्लो बढ़ा सकता है. साथ ही बैंक को ये भी भरोसा दिलाना है कि यह पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित है और बैंक का गेटवे इससे प्रभावित नहीं होगा. मामला पैसों का है, इसलिए बैंक भी हर कदम फूक-फूक कर रख रहे हैं और तमाम वेरिफिकेशन के बाद आगे बढ़ रहे हैं. अक्षर कहते हैं कि भरोसा जीतने के लिए वह जल्द ही आईएसओ सर्टिफिकेट हासल कर लेंगे, जिसकी प्रक्रिया जारी है. वहीं पोर्टल को सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. बैंक को बताया जा रहा है Fixed Invest की तरफ से हर उस नियम-कानून का पालन किया जा रहा है, जो RBI ने बनाए हैं. ग्राहकों को भी अभी प्लेटफॉर्म लाना चुनौती है, क्योंकि उन्हें भी डर है कि कहीं उनके पैसे ना डूब जाएं.
फंडिंग और फ्यूचर प्लान
अभी तक Fixed Invest ने कोई फंडिंग नहीं ली है, सिर्फ स्टार्टअप इंडिया का रिकॉग्निशन मिला हुआ है. अक्षर बताते हैं कि अभी तक तो अपने और परिवार के पैसों के साथ यह स्टार्टअप पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड है, लेकिन जल्द ही एक फंडिंग उठाने की तैयारी चल रही है. अपने फ्यूचर प्लान्स के बारे में बताते हुए अक्षर ने कहा कि आने वाले वक्त में प्रोडक्ट एक्सटेंशन पर काम किया जाएगा. वह एफडी बैक्ड लोन और एफडी बैक्ड क्रेडिट कार्ड भी देना चाहते हैं, जिसके लिए पार्टनर बैंकों से एडवांस लेवल पर बात चल रही है. इतना ही नहीं, वह सरकारी और पीएसयू बॉन्ड में भी जाना चाहते हैं, जिसमें बहुत बड़ा बनने की क्षमता है, लेकिन आज के वक्त में वह बहुत छोटा है. अभी रिटेल निवेशकों को इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है.