Startup India Innovation Week: केंद्रीय कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने सोमवार (10 जनवरी, 2022) को पहले स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक का उद्घाटन किया. उन्होंने इनोवेशन इकोसिस्‍टम के स्टेकहोल्डर्स से देश को ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स के टॉप 25 देशों में लाने की कोशिश करने को कहा. पीयूष गोयल ने कहा कि ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 2014 के 76वें स्‍थान से 2021 में 46वें स्‍थान पर भारत को ले जाने के पीछे हमारे स्‍टार्टअप प्रमुख कारण हैं.

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इस कार्यक्रम मकसद देश के प्रमुख स्टार्टअप, एंटरप्रेन्योर, इन्वेस्टर्स, इनक्यूबेटरों आदि को एक प्लेटफॉर्म पर लाना है. वहीं सरकार इन्हें एक मंच पर लाकर तहत एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना चाहती है. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) 10-16 जनवरी से पहली बार इसका आयोजन कर रहा है.

60,000 से ज्यादा स्टार्टअप को मान्यता

वर्चु्अली सप्ताह भर चलने वाले इनोवेशन वीक का उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव का जश्न मनाना है. वहीं इसे पूरे भारत में एंटरप्रेन्योरशिप (entrepreneurship) के प्रसार और गहराई को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है. पीयूष गोयल ने कहा कि उनका मंत्रालय अब एक घंटे में कम से कम चार स्टार्टअप को मान्यता देने की स्थिति में है. वहीं सरकार ने अब तक 60,000 से ज्यादा स्टार्टअप को मान्यता दी है.

'असफलता सफलता की सीढ़ी'    

युवा उद्यमियों, इनोवेटर्स आदि को प्रेरित करते हुए गोयल ने कहा कि, हम सभी को असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में लेना चाहिए. वहीं हमें तीन लक्ष्यों मेक-इन-इंडिया को मजबूत करना, इनोवेशन और युवा प्रतिभाओं को सलाह देना पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. टियर-2 और टियर-3 शहरों से स्टार्टअप्स की भागीदारी के बारे में डेटा साझा करते हुए गोयल ने स्थापित स्टार्टअप्स से उन्हें सलाह देने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि इससे आगे आने औ उनके इनोवेटिव (innovative) विचारों को विकसित करने में मदद मिलेगी. 

पीयूष गोयल ने कहा कि उनका मंत्रालय अब एक घंटे में कम से कम चार स्टार्टअप को मान्यता देने की स्थिति में है. वहीं सरकार अब तक 60,000 से ज्यादा स्टार्टअप को मान्यता दे चुकी है. युवा उद्यमियों, इनोवेटर्स, इन्क्यूबेटरों, फंडिंग संस्थाओं आदि को प्रेरित करते हुए गोयल ने कहा कि, हम सभी को असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में लेना चाहिए.

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