मैट्रिमोनी डॉट कॉम और शेयरचैट (Sharechat) उन चार कंपनियों में शामिल हैं, जिन्होंने कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा कि वे डिजिटल प्रतिस्पर्धा विधेयक के मसौदे पर उद्योग निकाय आईएएमएआई की दलीलों से सहमत नहीं हैं. गौरतलब है कि चारों कंपनियां आईएएमएआई की सदस्य हैं. इनका दावा है कि आईएएमएआई की दलीलें पूरे डिजिटल स्टार्टअप इकोसिस्टम या 540 से अधिक इसके सदस्यों की राय को नहीं दर्शाती हैं. 

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उन्होंने कहा कि सदस्यों के केवल एक छोटे से हिस्से ने मसौदा डिजिटल प्रतिस्पर्धा विधेयक (डीसीबी) के ''पूर्व नियमन'' प्रावधानों का विरोध किया है और उद्योग निकाय की दलीलें बहुत कम लोगों की राय को दर्शाती हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व नियमन प्रावधानों का विरोध और पश्चात नियमन व्यवस्था को जारी रखने से स्थापित खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा और नवाचार को दबाने का मौका मिलेगा. 

पूर्व नियमन से तात्पर्य ऐसे नियमों से है, जो बड़े मंचों को कुछ खास तरह के आचरण में शामिल होने से पहले ही रोक देते हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है. इस सप्ताह की शुरुआत में कॉरपोरेट मामलों के सचिव मनोज गोविल को भेजे गए पत्र पर मैट्रिमोनी डॉट कॉम के संस्थापक और प्रबंध निदेशक मुरुगावेल जानकीरमन, होइचोई के सह-संस्थापक विष्णु मोहा, मैच ग्रुप के अधिकारी मॉर्गन कॉविन और शेयरचैट के मुख्य वित्तीय अधिकारी मनोहर सिंह चरण ने हस्ताक्षर किए थे.