पिछले करीब डेढ़ साल से तमाम स्टार्टअप्स (Startup) में छंटनी (Layoff) का दौर चल रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि इन स्टार्टअप्स को फंडिंग (Startup Funding) में मिलने में दिक्कत हो रही है. इसी बीच क्रिप्टो कंपनी  Binance ने भी करीब 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है. वैसे तो यह छंटनी ग्लोबल लेवल पर हुई है, लेकिन भारत के भी बहुत सारे कर्मचारियों पर इस छंटनी का असर पड़ा है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Binance में हुई इस छंटनी की सबसे बड़ी वजह है अमेरिका में फेडरल इन्वेस्टिगेशन और रेगुलेटरी से जुड़े मुद्दे. कंपनी इस वक्त मुश्किल दौर से गुजर रही है, जिसके चलते एक बड़ी छंटनी का फैसला किया गया है. अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में करीब 3 दर्जन कस्टमर-सर्विस कर्मचारियों पर इस छंटनी का असर पड़ा है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में तो यह भी कहा जा रहा है कि इस छंटनी के चलते कंपनी के कर्मचारियों की संख्या लगभग एक-तिहाई कम हो गई है. 

कई अधिकारी भी कर चुके हैं इस्तीफा

इस क्रिप्टो कंपनी से पिछले दिनों कई अधिकारियों ने भी इस्तीफा दिया था. इनमें एक चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर जनरल काउंसिल और एक इन्वेस्टिगेशन्स के प्रमुख भी शामिल थे. अभी मीडिया रिपोर्ट्स में करीब 1000 कर्मचारियों की छंटनी की खबर है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि यह आंकड़ा बड़ा हो सकता है. 

विवादों में फंसी हुई है कंपनी

इस वक्त यह कंपनी भारी विवाद में फंसी हुई है. अमेरिका में Justice Department की तरफ से इस क्रिप्टो एक्सचेंज और इसके सीईओ Changpeng Zhao के खिलाफ जांच चल रही है. कंपनी और सीईओ पर गंभीर आरोप लगा है कि एक धोखे का जाल (web of deception) बनाकर लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है.

जून के महीने में US Securities and Exchange Commission ने एक्सचेंज और इसके सीईओ पर केस किया था. कंपनी पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने फेडरल सिक्योरिटीज के कानून का उल्लंघन करते हुए जनरल पब्लिक को ऐसी सिक्योरिटीज ऑफर कर दी हैं जो रजिस्टर्ड ही नहीं हैं.