फिनटेक यूनिकॉर्न CRED ने अपना बिजनेस और बड़ा करने के लिए एक अहम कदम उठाया है. इसके तहत कंपनी ने सेविंग और इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Spenny का अधिग्रहण कर लिया है. हालांकि, अभी तक ये सार्वजनिक नहीं किया गया है कि यह डील कितने रुपये में हुई है या फिर इस अधिग्रहण के तहत कितने फीसदी हिस्सेदारी बेची गई है. क्रेड इस डील के जरिए बाजार में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहता है. यानी कंपनी को इस डील से यही फायदा होगा कि उसके ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी और साथ ही उसका बाजार भी बढ़ेगा.

2019 में हुई थी Spenny की शुरुआत

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Spenny की शुरुआत साल 2019 में गौरव अरोड़ा (Gaurav Arora) और रतिन शाह (Rathin Shah) ने की थी. यह एक माइक्रो-सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म है. यह प्लेटफॉर्म यूजर्स को इस बात के लिए मोटिवेट करता है कि वह अपने रोजाना खर्चों में से एक छोटा सा हिस्सा अलग करें, जिसका इस्तेमाल सेविंग और इन्वेस्टमेंट के लिए किया जाए. यह स्टार्टअप उस वक्त चर्चा में आया जब Y-Combinator से कंपनी को करीब 1.5 लाख डॉलर की फंडिंग मिली.

रतिन शाह ने किया ट्वीट

Spenny के को-फाउंडर रतिन शाह ने CRED की तरफ से कंपनी के अधिग्रहण पर ट्वीट करते हुए अपना उत्साह दिखाया. उन्होंने लिखा है कि CRED और उसके फाउंडर कुणाल शाह ने जिस तरह का काम किया है, वह तारीफ के काबिल है. हम अपने मिशन को CRED के साथ एक नई यात्रा में आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं.

CRED के विजन और बिजनेस को मिल रही मजबूती

CRED के अधिग्रहण से कंपनी के विजन को और मजबूती मिल रही है, जिसके तहत कंपनी लेंडिंग और वेल्थ जनरेट करने में अपनी स्थिति और मजबूत करेगी. CRED अपनी स्थिति को लगातार मजूबत कर रहा है. साल 2022 में भी कंपनी ने एक फि सॉफ्टवेयर एज सर्विस यानी SAAS प्लेटफॉर्म CreditVidta का अधिग्रहण किया था.

पिछले साल रेवेन्यू में शानदार ग्रोथ होने के बावजूद CRED को नुकसान हुआ है. पिछले साल कंपनी का रेवेन्यू करीब 340 फीसदी बढ़ा था और 422 करोड़ रुपये हो गया था. इसके बावजूद कंपनी को 1279 करोड़ रुपये का भारी नुकसान झेलना पड़ा था. मुनाफे से बहुत दूर रहने के बावजूद स्टार्टअप को यकीन है कि वह भविष्य में मुनाफआ कमाएगा और ये बिजनेस तेजी से बढ़ता रहेगा.