'The Source' startup: कोविड के दौरान लगी पाबंदियों ने लोगों के फिल्में देखने का तरीका बदल दिया है. सिनेमा हॉल के साथ-साथ लोगों को दिलचस्प वेब सीरीज और फिल्में  OTT प्लेटफॉर्म पर देखने की आदत पड़ गई है. जिस वजह से OTT प्लेटफॉर्म्स को हर दिन नए कंटेंट और कहानियों की जरूरत रहती है. कोरोना के दौर में OTT के बूम के बाद आलम ऐसा है कि अब हर बड़ा सितारा OTT के लिये कंटेंट बना रहा है. बड़े पर्दे की तरह यहां शुक्रवार के शुक्रवार नहीं बल्कि लगभग हर रोज नई फिल्म या वेब सीरीज रिलीज करना एक तरह से जरूरी है. जिससे दर्शक प्लेटफॉर्म से बोर न हों और उनपर subscribed रहें. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी स्थिति को समझते हुए अब बॉलीवुड में ऐसे स्टार्टअप खुल रहे हैं, जो सिर्फ कहानियां बेचेंगे. मसलन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में खुला है देश का पहला ऐसा स्टार्टअप 'द सोर्स' जहां सिर्फ बात होगी कहानियों और स्क्रीनप्ले की.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

राज कुमार हिरानी हैं मेंटर

'द सोर्स' के मेंटर हैं राज कुमार हिरानी. जिनकी फिल्में मुन्नाभाई, 3 idiots, PK, संजू को किसी इंट्रोडक्शन की जरूरत नहीं है. फिल्म प्रोड्यूसर और चीफ क्रिएटिव मेंटर राजकुमार हिरानी कहते हैं कि, "यह एक बहुत ही शक्तिशाली विचार है और हमारे उद्योग को इसकी जरुरत है. कंटेंट पाइपलाइन में अभी विस्फोट हुआ है और एक उद्योग के रूप में हमें ज्यादा से ज्यादा विचारों की जरूरत है. सोर्स के रचनात्मक विचारों को खोजने की प्रक्रिया के लिए एक संरचना रखता है. जबकि मैं कंपनी के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में शामिल नहीं होता, मैं रचनात्मक टीम का मार्गदर्शन करता रहूंगा."

चप्पे-चप्पे से खोजी जाएंगी कहानियां

द सोर्स के फाउंडर शिखा कपूर, अमित चंद्रा और प्रभात चौधरी की मानें तो देश के चप्पे-चप्पे से दिलचस्प कहानियां खोजी जाएंगी. सच्ची डरावनी कहानियों से लेकर लोक कथाओं तक, रेयर ह्यूमन अचीवमेंट स्टोरीज और समृद्ध पौराणिक कथाओं तक. कहानियों का संग्रह बनाने वाले एक स्टार्टअप के तौर पर 'द सोर्स' महज एक शुरूआत है. आने वाले दौर में हम इस दिशा में बढ़ते ऐसे कई और फिल्मी स्टार्टअप देखेंगे. इन स्टार्टअप से जहां लेखकों की इनकम बढ़ सकती है. वहीं दर्शकों को भी दिलचस्प कहानियां देखने को मिलेंगी.