ओला के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) की एआई स्टार्टअप कंपनी Krutrim AI हाल ही में यूनिकॉर्न बनी है. इसके यूनिकॉर्न (Unicorn) बनते ही भाविश अग्रवाल ऐसे दूसरे भारतीय शख्स बन गए, जो 3 यूनिकॉर्न स्टार्टअप के को-फाउंडर हैं. इससे पहले सुपम माहेश्वरी ये मुकाम हासिल कर चुके हैं और अब भाविश भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ओला समूह की एआई कंपनी Krutrim ने हाल ही में मैट्रिक्स पार्टनर्स की अगुवाई में एक फंडिंग राउंड (Funding) में पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 415 करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह राशि एक अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन के आधार पर जुटाई गई है. Krutrim इस तरह यूनिकॉर्न बनने वाली भारत की पहली एआई कंपनी बन गई है. एक अरब डॉलर से अधिक वैल्युएशन वाली स्टार्टअप कंपनी यूनिकॉर्न (Unicorn) कहलाती है. मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और अन्य प्रमुख निवेशकों ने पांच करोड़ डॉलर निवेश किए.

15 दिसंबर को 22 भाषाओं में लॉन्च हुआ था कृत्रिम

ओला (Ola) के को-फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने 15 दिसंबर को ही ये देसी चैटजीपीटी (ChatGPT) लॉन्च कर दिया था. यह एक मल्टी-लैंग्वेज मॉडल है, जिसे 22 भारतीय भाषाओं में लॉन्च किया गया. इस एआई के जरिए भाविश अग्रवाल एआई के ग्लोबल कॉम्पटीशन से टक्कर ले रहे हैं. भाविश अग्रवाल ने भारत के एआई का नाम कृत्रिम यूं ही नहीं रखा है, बल्कि इसका भारत की संस्कृति से सीधा नाता है. एआई यानी आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहते हैं. संस्कृत में भी आर्टीफीशियल को कृत्रिम कहते हैं, ऐसे में भी यह नाम भारत की संस्कृति को दिखाता है. 

सुपम माहेश्वरी किन यूनिकॉर्न के हैं मालिक?

भाविश अग्रवाल के अलावा सुपम माहेश्वरी (Supam Maheshwari) इकलौते ऐसे भारतीय हैं जो 3 यूनिकॉर्न के मालिक हैं. वह बच्चों के रिटेल ब्रांड फर्स्टक्राई (FirstCry), लॉजिस्टिक्स फर्म एक्सप्रेसबीस (XpressBees) और ई-कॉमर्स रोल-अप प्लेटफॉर्म ग्लोबलबीस (GlobalBees) के को-फाउंडर हैं.