हाल ही में Unicorn बनी Zepto ने अंकित अग्रवाल को दिया तगड़ा प्रमोशन, जानिए अब क्या मिली जिम्मेदारी
ऑनलाइन किराना डिलीवरी कंपनी जेप्टो (Zepto) ने शुक्रवार को अंकित अग्रवाल को प्रोडक्ट के एसवीपी से चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर के पद पर पदोन्नत करने की घोषणा की. हाल ही में Zepto इस साल यानी 2023 का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना है. इस क्विक-कॉमर्स स्टार्टअप ने 1.4 अरब डॉलर की वैल्युएशन पर 200 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है.
ऑनलाइन किराना डिलीवरी कंपनी जेप्टो (Zepto) ने शुक्रवार को अंकित अग्रवाल को प्रोडक्ट के एसवीपी से चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर के पद पर पदोन्नत करने की घोषणा की. फ्लिपकार्ट और डेल्हीवरी जैसी कंपनियों में 13 सालों से अधिक के प्रोडक्ट एक्सपीरियंस के साथ, अग्रवाल सप्लाई चेन, लास्ट मील कनेक्टीविटी और फाइनेंस टेक तक फैले पूरे बिजनेस का नेतृत्व करने के लिए अगस्त 2022 में जेप्टो में शामिल हुए थे.
जेप्टो के को-फाउंडर और सीटीओ कैवल्य वोहरा ने कहा- 'हम पिछले साल वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी प्रदान करने में सक्षम हुए हैं, जिसमें हमारे संपूर्ण लास्ट माइल स्टैक को इन-हाउस बनाने से लेकर 6 महीने से भी कम समय में एक वेयरहाउस मैनेजमेंट बनाने और शुरू करने तक और कई अन्य पहल शामिल हैं.'
उन्होंने कहा- 'मुझे विश्वास है कि जेप्टो को भारत में बेस्ट प्रोडक्ट कंपनी के रूप में स्थापित करने की हमारी यात्रा में टीम का नेतृत्व करने के लिए देश में इससे बेहतर कोई नहीं है.' अग्रवाल पहले ओरिंको के संस्थापक भी रहे हैं, जो भारत का पहला फल और सब्जी उपभोक्ता ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहा है. पदोन्नति के साथ, अब वह उपभोक्ता से लेकर सप्लाई चेन और लास्ट मील तक उत्पाद का मालिक होगा.
अग्रवाल ने कहा- 'हम ट्रेंड्स का फॉलो नहीं कर रहे हैं, हम उन्हें सेट कर रहे हैं. मैं उस टीम का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं जो भारत में वाणिज्य में क्रांति ला रही है.' फंडिंग में मौजूदा कमी के बीच भारत में यूनिकॉर्न के सूखे को खत्म करते हुए, ऑनलाइन किराना कंपनी जेप्टो ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उसने अपने सीरीज ई राउंड में 200 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिससे कंपनी का मूल्यांकन 1.4 बिलियन डॉलर हो गया है.
हाल ही में जेप्टो बनी है यूनिकॉर्न
हाल ही में Zepto इस साल यानी 2023 का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना है. इस क्विक-कॉमर्स स्टार्टअप ने 1.4 अरब डॉलर की वैल्युएशन पर 200 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है. इस तरह अब कंपनी की वैल्युएशन 1 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है, जिसके चलते भारत में 11 महीनों से यूनिकॉर्न का जो सूखा पड़ा था, अब वह खत्म हो गया है. ऐसे में ये भी कहा जा सकता है कि फंडिंग विंटर (Funding Winter) के इस दौर में करीब साल भर बाद कोई स्टार्टअप यूनिकॉर्न बना है.
जेप्टो ने हाल ही में Series E राउंड की फंडिंग जुटाई है, जिसका नेतृत्व अमेरिका के एक असेट मैनेजमेंट फर्म StepStone Group ने किया है. इस राउंड में Goodwater Capital ने भी हिस्सा लिया है. स्टार्टअप के कुछ पुराने निवेशकों ने भी इसमें पैसे लगाए हैं. मई 2022 में जेप्टो का वैल्युएशन करीब 900 मिलियन डॉलर था. जेप्टो बहुत ज्यादा अहम इसलिए भी है, क्योंकि यह इस साल का पहला स्टार्टअप है, जो यूनीकॉर्न बना है. इससे पहले सितंबर 2022 में Molbio Diagnostics ने यूनिकॉर्न क्लब में एंट्री मारी थी.