हर बार त्योहारी सीजन आते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती है. घर, गाड़ी समेत तमाम चीजों की खरीदारी के लिए ज्यादातर लोग त्योहार के शुभ असवर का इंतजार करते हैं. ये ऐसा समय होता है जब कंपनियां अच्छे खासे ऑफर्स भी देती हैं. लेकिन अक्सर खरीदार बिना जांच पड़ताल के या भ्रामक विज्ञापनों के चलते धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं. ऐसी दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र रेरा ने घर खरीदारों को सावधान करते हुए एक लिस्ट जारी की है.  महारेरा ने 314 हाउसिंग प्रोजेक्ट की लिस्ट जारी की है जो दिवालिया होने वाले हैं. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महारेरा लिस्ट में उन प्रोजेक्ट्स की जानकारी साझा की गई है जो प्रोजेक्ट दिवालिया हैं या होने वाले हैं। ऐसे प्रोजेक्ट्स के लिए विभिन्न बैंकों, वित्तीय संस्थानों और रियल एस्टेट क्षेत्र को कर्ज देने वाली अन्य संस्थाओं द्वारा दिवालियेपन की कार्यवाही शुरू की गई है। महारेरा ने लोगों से अपील की है निवेश करने से पहले ये जरूर देख लें कि कहीं वो प्रोजेक्ट जिसे आप अपने सपनों का घर समझ रहे हैं वो दिवालिया ना हों। संकट में फंसे इस तरह के प्रोजेक्ट्स आप महारेरा की वेबसाइट पर NCLT के सेक्शन पर देख सकते हैं.

संकट से जूझ रहे कहां कितने प्रोजेक्ट

अब सवाल उठता है कि महाराष्ट्र में कहां कितने प्रोजेक्ट दिवालिया संकट से जूझ रहे हैं. तो आपको बता दें। महारेरा ने जिन दिवालिया प्रोजेक्ट्स की लिस्ट जारी की है उनकी संख्या 314 है. इनमें 56 प्रोजेक्ट ऐसे हैं अंडरकंस्ट्रक्शन हैं, 194 प्रोजेक्ट ऐसे हैं समाप्त हो चुके हैं और 64 प्रोजेक्ट ऐसे हैं जो पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं. एरिया वाइज अगर देखें तो सबसे अधिक प्रोजेक्ट मुंबई रीजन में हैं. 314 प्रोजेक्ट्स में से मुंबई में 236 हैं, पुणे में 52, हवेली में 9, अहमदनगर और सोलापुर से 5-5, नासिक में 3, नागपुर से 2, रत्नागिरी और छत्रपति संभाजीनगर से 1-1 प्रोजेक्ट शामिल हैं.

दिवालिया प्रोजेक्ट्स में करोड़ों का निवेश

गौर करने वाली बात ये है कि इन 314 प्रोजेक्ट्स में महत्वपूर्ण निवेश किया गया है. इनमें से 56 अंडरकंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट हैं, जिनमें अपार्टमेंट का औसत रजिस्ट्रेशन 34% से अधिक है. इसी तरह बची हुए 194 प्रोजेक्ट जो समाप्त हो चुके हैं, उनमें औसत रजिस्ट्रेशन 61% से अधिक है। बाकी 64 प्रोजेक्ट्स पूरे हो चुके हैं, जिनमें अपार्टमेंट के लिए रजिस्ट्रेशन रेट 84% है. ये इसलिए भी गंभीर मुद्दा है क्योंकि दिवालिया प्रक्रिया से जूझ रहे इन प्रोजेक्ट्स बड़ी मात्रा में निवेश हुआ है और निवेश हो सकता है. 

मुंबई में 88 प्रोजेक्ट्स में से 51 में 70% निवेश किया गया है। इसी तरह, पुणे में 50 प्रोजेक्ट्स में से 45 में 75% प्रोजेक्ट पहले ही बुक हो चुके हैं. ठाणे में 106 में से 52 प्रोजेक्ट में 50% निवेश है. पालघर में 18 में से 16 प्रोजेक्ट में 74% फ्लैट बुक हो चुके हैं. इसके अलावा, मुंबई शहर में 9 लैप्स प्रोजेक्ट में से 2 में पहले से ही 68% निवेश है. नासिक में सभी 3 लैप्स प्रोजेक्ट में 34% निवेश है। जबकि, रायगढ़ में 15 लैप्स प्रोजेक्ट में से 13 में 32% निवेश है. 

64 तैयार हो चुके प्रोजेक्ट में से 35 ठाणे में और 18 मुंबई सबर्ब में हैं. हलांकि ये साफ नहीं है कि दिवालियापन कार्यवाही से गुजर रहे ये 314 प्रोजेक्ट अभी भी नए ग्राहकों को स्वीकार कर रहे हैं या नहीं. लेकिन अक्सर कुछ प्रॉपर्टी एजेंट या वेबसाइट घर खरीदारों को धोखे में रखकर या अधूरी जानकारी देकर इस तरह के प्रोजेक्ट में फंसा लेते हैं.

यहां देखिए दिवालिया प्रोजेक्ट की लिस्ट

अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे दिवालिया संकट से जूझ रहे इस तरह के प्रोजेक्ट की सूचि तक पहुंचा जाए, तो हम आपका काम और आसान कर देते हैं. आपको करना ये है कि वेब ब्राउजर पर https://maharera.maharashtra.gov.in/nclt-projects टाइप करें और ऐसे प्रोजेक्ट की लिस्ट आपके सामने होगी जो दिवालिया प्रक्रिया से जूझ रहे हैं। तो अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं या फिर कोई दोस्त, रिलेटिव या जान-पहचान का शख्स प्रॉपर्टी खरीदने जा रहा है तो उनको भी ये जानकारी साझा करिए और त्योहारी सीजन में किसी तरह की धोखाधड़ी से बचिए, सुरक्षित निवेश करिए.

महारेरा के चैयरमैन, मनोज सौनिक ने कहा "महारेरा लगातार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि घर खरीदने वालों का निवेश सुरक्षित और संरक्षित रहे. महारेरा ने विभिन्न स्रोतों से दिवालियापन की कार्यवाही से गुजरने वाली परियोजनाओं की यह महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की है और एनसीएलटी की वेबसाइट से भी इसका सत्यापन किया है. घर खरीदने वालों के व्यापक हित के लिए एक व्यापक और संकलित सूची सार्वजनिक की गई है. 

इनसॉल्वेंसी और बैंक्रप्सी प्रक्रिया गुजरने वाली 314 परियोजनाओं की सूची घर खरीदने वालों को सचेत करने और उन्हें धोखा दिए जाने से बचाने के प्रयासों का हिस्सा है। अप्रैल 2023 में, महारेरा ने 308 ऐसी परियोजनाओं की एक जिलावार सूची निकाली थी, जो कई घर खरीदने वालों के लिए मददगार साबित हुई। महारेरा सभी से अपील करता है कि वे संपत्ति खरीदने का फैसला करने से पहले इस सूची की जांच करें."