Housing Sales: खबर को आप पढ़ें इससे पहले आप से एक सवाल, आपको कोई घर खरीदना है,आपने घर पसंद किया, अब उसे खरीदने का फैसला दिन में ले लेंगे? आप जवाब सोचिए. फिलहाल ये खबर पढ़िए. भारत के प्रॉपर्टी मार्केट में घर खरीदने के फैसले में यानि लीड-टू-बाय की समय सीमा में महत्वपूर्ण कमी आई है. दरअसल प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की हालिया जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में यानि अप्रैल 24 से सितम्बर 24 के बीच लीड-टू-बाय की समय सीमा घटकर अब 26 दिन रह गयी है, जो कि वित्त वर्ष 2021 में ये 33 दिन थी. जो साफ दर्शा रहा है कि अब घर खरीदार अपने फैसलों को जल्दी अमल में बदल रहे हैं.

क्यों घटी Lead-to-buy की समय सीमा?

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पहले लीड-टू-बाय को समझिए. मान लीजिए आपने किसी प्रॉपर्टी को पहली बार देखा और खरीदने की इच्छा जाहिर की, लेकिन प्रॉपर्टी एक बड़ा निवेश होता है, लिहाजा आप घर परिवार समेत जानकारों से सलाह मशवरा करते हैं. पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद आप प्रॉपर्टी के लिए अंतिम निर्णय लेते हैं और पहली एडवांस रकम देते हैं. तो प्रॉपर्टी देखने से खरीदने तक के बीच के समय को Lead-to-buy कहा जाता है. कोरोना काल में यानि वित्त वर्ष 2021 में लीड-टू-बाय का समय सबसे अधिक 33 दिनों तक पहुँच गया था. हालांकि, वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में यह समय घटकर 26 दिन रह गया है. जो प्रॉपर्टी मार्केट में आई तेजी को साफ दर्शा रहा है.

आल्ट्रा-लक्जरी घरों की बंपर मांग

वैसे तो अफोर्डेबल सेगमेंट को छोड़ दें तो रियल्टी सेक्टर में अच्छी डिमांड देखने को मिल रही है लेकिन दिलचस्प बात ये है कि ₹3 करोड़ से अधिक कीमत वाले आल्ट्रा-लक्जरी घरों की खरीदारी में लीड-टू-बाय का बदलाव समय सबसे कम देखा गया है. अल्ट्रा लग्जरी घरों में ये समय सीमा 15 दिनों की है. ये संख्या पिछले वित्त वर्ष 2024 की तुलना में लगभग 7 दिन कम है, FY24 में ये समय सीमा 22 दिनों की थी. लग्जरी सेगमेंट के खरीदारों के फैसला लेने की रफ्तार को देखकर जानकार मानते है कि इस सेगमेंट में आगे भी तेजी बनी रह सकती है.

मिड सेगमेंट में सुस्ती का रुख?

एक तरफ लग्जरी सेगमेंट में तेजी है. अफोर्डेबल घरों में बिक्री मंद है. ऐसे समझिए कि ₹50 लाख से ₹1 करोड़ तक के घरों के खरीदारों में लीड-टू-बाय की समय सीमा सबसे अधिक लगभग 30 दिन देखी गयी है. हालांकि, ₹1 करोड़ से लेकर ₹3 करोड़ तक कीमत वाले घरों के लिए यह समय घटकर 27 दिन रह गया है. ये बदलाव दर्शाता है कि हाउसिंग सेक्टर में घर खरीदारों की प्राथमिकताएँ लगातार बदल रही हैं और वे अधिक तेज़ी से निर्णय लेते हुए दिख रहे हैं.

एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने इस बारे में कहा कि आल्ट्रा-लक्जरी घरों के खरीदार वित्तीय रूप से जल्दी निर्णय लेने के लिए सक्षम हैं. मौजूदा समय में अल्ट्रा लग्जरी घरों में सबसे अधिक मांग है और इस तरह की इन्वेंट्री जल्दी बिक जाती है.

हाउसिंग सेक्टर में नया नजरिया

इन ताजे आंकड़ों से करीब करीब ये साफ है कि भारत के हाउसिंग सेक्टर में में खरीदारों में फैसला लेने की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है, खासकर ऊंची कीमत वाले घरों में. इसकी वजह से हाउसिंग सेक्टर में बेहतर लिक्विडिटी और तेज़ बिक्री की संभावना बढ़ रही है, जो प्रॉपर्टी बाजार को और भी मजबूत बनाने के संकेत दे रही है.