चालू कैलेंडर साल की तीसरी जुलाई-सितंबर तिमाही में दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में घरों की कीमतें सालाना आधार पर 29 फीसदी बढ़ी हैं. रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. एनारॉक के अनुसार, उत्पादन लागत में बढ़ोतरी तथा लग्जरी घरों की आपूर्ति बढ़ने से आवास कीमतों में तेज उछाल आया है. एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की औसत कीमत जुलाई-सितंबर तिमाही में 29 फीसदी बढ़कर 7,200 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 5,570 रुपए प्रति वर्ग फुट थी. 

हैदराबाद में सबसे ज्यादा 32% की बढ़ोतरी

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बेंगलुरु में इस कैलेंडर साल की तीसरी तिमाही में घरों की कीमतें 29 फीसदी बढ़कर 8,100 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 6,275 रुपए प्रति वर्ग फुट थीं. इसी तरह हैदराबाद में कीमतों में सबसे अधिक 32 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो 5,400 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 7,150 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई. मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में औसत आवास कीमतें 13,150 रुपए प्रति वर्ग फुट से 24 फीसदी बढ़कर 16,300 रुपए हो गईं. पुणे में कीमतें 6,550 रुपए प्रति वर्ग फुट से 16 फीसदी बढ़कर 7,600 रुपए हो गईं, जबकि चेन्नई में यह 5,770 रुपए प्रति वर्ग फुट से 16 फीसदी बढ़कर 6,680 रुपए हो गईं. कोलकाता में जुलाई-सितंबर में औसत आवास कीमतें 14 फीसदी बढ़कर 5,700 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 5,000 रुपए प्रति वर्ग फुट थीं. 

हाउसिंग प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं

बेंगलुरु स्थित रियल्टी फर्म वैष्णवी ग्रुप के निदेशक दर्शन गोविंदराजू ने कहा, ‘‘आवासीय संपत्ति की औसत कीमतों में पिछली कुछ तिमाहियों से वृद्धि हो रही है. इसकी वजह कुल उत्पादन लागत में बढ़ोतरी है. इसमें भूमि अधिग्रहण की लागत और निर्माण लागत शामिल हैं. इसके अलावा लग्जरी यानी महंगे घरों की मांग बढ़ने से भी आवास कीमतों में उछाल देखने को मिला है.’’ एनारॉक ने पिछले सप्ताह कहा था, ’’शीर्ष सात शहरों में औसत आवासीय संपत्ति की कीमतें सामूहिक रूप से सालाना 23 फीसदी बढ़ी हैं. 2023 की तीसरी तिमाही में 6,800 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 की तीसरी तिमाही में यह 8,390 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई हैं.’’

सितंबर तिमाही में बिक्री 11% घटी

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर में घरों की बिक्री 11 फीसदी घटकर 1,07,060 इकाई रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,20,290 इकाई थी. शीर्ष सात शहरों में नए घरों की आपूर्ति में 19 फीसदी की गिरावट देखी गई. जुलाई-सितंबर, नए घरों की पेशकश 93,750 इकाई रही, जो 2023 में इसी अवधि में 1,16,220 इकाई थी. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘फिर भी पेशकश की तुलना में बिक्री अधिक होना यह दर्शाता है कि मांग-आपूर्ति का समीकरण मजबूत बना हुआ है.’’