लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था. साथ ही राहुल गांधी ने दावा किया था कि लोको पायलट को गर्मी से खौलते केबिन में बैठ कर 16-16 घंटे काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. साथ ही लोको पायलट के न काम के घंटों की कोई सीमा है और न ही उन्हें छुट्टी मिलती है.' इस पर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने नेता प्रतिपक्ष के इन दावों का खंडन किया है. 

पश्चिम रेलवे के पीआरओ का बयान- 'लोको पायलट को मिलते हैं हाई क्वालिटी टू स्टार रूम'

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पश्चिम रेलवे के CPRO विनीत अभिषेक ने X पर एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा, 'भारतीय रेल अपने रनिंग स्टाफ जैसे लोको पायलट आदि का विशेष ख्याल रखती है. पश्चिम रेलवे ने विभिन्न स्थानों पर मार्डन और फुली फर्निशड रनिंग रुम बनाए हैं, जिनमें कई साधन और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, ताकि कर्मचारी समुचित आराम और विश्राम कर सकें.  इन रनिंग रूम किसी भी हाई क्वालिटी टू स्टार होटल रूम्स के बराबर या उससे बेहतर होते हैं. पश्चिम रेलवे अपने रनिंग स्टाफ के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.'  

राहुल गांधी ने शेयर किया था वीडियो, लिखा- 'पटरी से उतर गई है लोको पायलट की जिंदगी'

राहुल गांधी ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, 'नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में लोको पायलट की जिंदगी की गाड़ी पूरी तरह से पटरी से उतर गई है. लोको पायलट को गर्मी से खौलते केबिन में बैठ कर 16-16 घंटे काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. जिनके भरोसे करोड़ों जिंदगियां चलती हैं, उनकी अपनी जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है. '

राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा,‘यूरिनल’ जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित लोको पायलट के न काम के घंटों की कोई सीमा है और न ही उन्हें छुट्टी मिलती है। इस कारण वे शारीरिक और मानसिक रूप से टूट कर बीमार हो रहे हैं.’ ऐसे हालात में लोको पायलट से ट्रेन चलवाना उनकी और यात्रियों की जान को जोखिम में डालना है. गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन लोको पायलट के अधिकारों और कामकाजी हालात को बेहतर किए जाने के लिए संसद में आवाज उठाएगा.