Vande Bharat Train Fares: वंदे भारत ट्रेन के किराए में कई बदलाव किए गए हैं. पिछले महीन में वंदे भारत समेत कई ट्रेनों के ए.सी कोच के किरायों में 25 फीसदी की कटौती की थी. अब किराए का निर्धारण या बदलाव के अधिकार जोन को दिए गए हैं. वहीं, गरीब लोगों के लिए रेलवे कई अन्य सेवाएं चलाता है वो उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. रेल मंत्रालय ने ये जानकारी संसद में दिए अपने लिखित जवाब में दी है. इसके अलावा सरकार द्वारा रेल सेवा को अधिक किफायती बनाने के लिए अन्य क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इसका ब्योरा भी दिया है.

Vande Bharat Train Fares: संसद में पूछा गया ये सवाल

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सांसद डॉ. जयंत कुमार राय और श्रीमती संगीता कुमारी सिंह देव ने रेल मंत्री से पूछा, 'क्या रेलवे कम दूरी के मागों पर चलने वाली कुछ वंदे भारत ट्रेनों के किराए का पुनर्मुल्यांकन कर रहा है, जिन मागों पर यात्रियों की संख्या कम है. यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है. वहीं,  सरकार द्वारा रेल सेवा को अधिक किफायती बनाने के लिए अन्य क्या कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोगों द्वारा उपयोग सुनिश्चित किया जा सके? 

Vande Bharat Train Fares: ऑक्यूपेंसी का होगा आंकलन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने लिखित जवाब में कहा कि, 'क्षेत्रीय रेलों को गाड़ियों में उपलब्ध स्थानों के बेहतरी उपयोग के संबंध में एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव श्रेणी के मूल किराए में अधिकतम 25% तक की छूट देने के लिए शक्तियां सौंपा गई थी. यह क्षेत्र में सभी प्रतिस्पर्धी माध्यमों के लिए यात्रा प्रवृत्तित का विश्लेषण करने के बाद कतिपय खंडों पर प्रतिस्पर्धी किराए की पेशकश करने के लिए क्षेत्रीय रेलों को प्राधिकृत करता है. साथ ही भावी ऑक्यूपेंसी  संभावनाओं का आंकलन कर रहा है.'  

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रेल मंत्री ने अपने जवाब में आगे लिखा, 'इन प्रावधानों को कुछ मामूली बदलाव की संभावनाओं के साथ विस्तारित किया गया है. इसके अतिरिक्त, गाड़ियों में उपलब्ध स्थानों में सबसे अधिक उपयोग के लिए किराए को युक्तिसंगत बनाना होगा. भारतीय रेल में कई प्रकार की गाड़ी सेवाएं चालू है. समाज के वंचित वर्गों का लाभ पहुंचाने के लिए कम किराए वाली कुछ गाड़ी सेवाएं और उच्च श्रेणी की सेवाओं के लिए अधिक किराए वाली अन्य गाड़ियां चालू है. यात्री अपनी आवश्यकतानुसार और अपनी सुविधा के आधार पर ऐसी सेवाओं को चुनते हैं.'