Vande Bharat Train में पत्थरबाजी से रेलवे को हुआ इतने करोड़ रुपए का नुकसान, पांच साल में हुई 151 गिरफ्तारी
Vande Bharat Train Stone Pelting: वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाओं के कारण रेलवे को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. रेल मंत्री ने सदन में जवाब दिया है.
Vande Bharat Train Stone Pelting: वंदे भारत ट्रेन के कई रूट्स में पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई है. पत्थरबाजी के कारण ट्रेन कई बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है. रेलवे ने कई बार आरोपियों पर कार्रवाई भी की है. अब रेल मंत्री ने संसद में ब्योरा दिया है कि पिछले पांच साल में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में पत्थरबाजी के कारण कितना नुकसान हुआ है. साथ ही कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सासंद क्वीन ओझा ने अपने सवाल में पूछा था कि घटनाओं के कारण रेलगाड़ियों को कितनी अनुमानित क्षति हुई है और इसका तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?
Vande Bharat Train Stone Pelting: रेलवे को हुआ था 55.60 करोड़ रुपए का नुकसान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में दिए अपने लिखित जवाब में बताया, 'साल 2019, 2020, 2021, 2022 और 2023 (जून तक) के दौरान, भारतीय रेल को वंदे भारत पर पथराव की घटनाओं के कारण हुई क्षति के परिणामस्वरूप 55.60 करोड़ रुपए का नुकसान वहन करना पड़ा है. इन घटनाओं के जवाब में, पथराव की घटना में शालमल 151 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. इन घटनाओं में किसी यात्री के हताहत होने अथवा किसी यात्री के समानों के चोरी/क्षति होने की ऐसी कोई घटना रिपोर्ट नहीं की गई है.'
Vande Bharat Train Stone Pelting: पुलिस और कानून व्यवस्था राज्य का विषय
रेल मंत्री ने सदन में दिए अपने जवाब में कहा, 'भारतीय संविधान की सातवीं अनुसूची के अंतर्गत ‘पुलिस’ एवं ‘कानून व्यवस्था’, राज्यों के विषय हैं और इस प्रकार, रेलों में अपराधों का निवारण, पता लगाना, पंजीकरण और जांच तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना आदि राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है, जिसे वे अपनी कानून प्रवतन एजेंसियों यथा, राजकीय रेलवे पुलिस(जीआरपी)/स्थानीय पुलिस के माध्यम से निभाती हैं.'
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रेल मंत्री के मुताबिक, 'यात्री क्षेत्र और यात्रियों की बेहतर सुरक्षा एवं सरंक्षा मुहैया कराने और उनसे जुड़े मुद्दों पर रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी/स्थानीय पुलिस के प्रयासों में सहायता करती है. यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए 7264 सवारी डिब्बों और 866 रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही है.'