यूपी में ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश नाकाम, ट्रैक पर रखा गया लकड़ी का भारी बोटा, ड्राइवर की सूझबूझ से टला हादसा
UP Train Accident:यूपी के फर्रुखाबाद में एक बड़ा हादसा होने से टल गया है. आशंका है कि अराजक तत्वों ने कासगंज फर्रुखाबाद एक्सप्रेस ट्रेन को डिरेल कराने का प्रयास किया गया.
UP Train Accident: यूपी के फर्रुखाबाद में एक बड़ा हादसा होने से टल गया है. ये हादसा फर्रुखाबाद जनपद की भटासा रेलवे स्टेशन के पास का है. आशंका है कि अराजक तत्वों ने कासगंज फर्रुखाबाद एक्सप्रेस ट्रेन को डिरेल कराने का प्रयास किया गया. हालांकि, ट्रेन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया. हालांकि, कोई रेल सम्पत्ति का नुकसान और जीवन की हानि नही है. आपको बता दें कि पिछले दिनों कानपुर के भीमसेन के पास साबरमती एक्सप्रेस के 20 से ज्यादा डिब्बे डिरेल हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज क ली है.
UP Train Accident: क के ऊपर लकड़ी का रखा गया भारी बोटा, 25 मिनट खड़ी रही ट्रेन
कासगंज से फर्रुखाबाद जा रही एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 05389 बीती रात कायमगंज रेलवे स्टेशन से 11:18 पर रवाना हुई थी. रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक अराजक तत्वों ने कायमगंज-शमशाबाद के बीच किलोमीटर संख्या 160/13 पर ट्रैक के ऊपर लकड़ी का भारी बोटा रख दिया. इंजन के अगले हिस्से में लकड़ी का बोटा फंसने से करीब 25 मिनट ट्रेन घटना स्थल पर ही खड़ी रही. ट्रेन को रोक कर रेलवे कर्मियों ने रेलवे ट्रैक पर रखा लकड़ी को बोटा हटाया है.
UP Train Accident: ट्रेन के गार्ड और ड्राइवर ने दी घटना की सूचना
ट्रेन रात 12:04 पर ट्रेन शमशाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची और उसके बाद ट्रेन के गार्ड व ड्राइवर ने घटना की सूचना रेलवे स्टेशन पर दी. सूत्रों के मुताबिक अराजक तत्वों द्वारा बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए बोटा रखने की आशंका जताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो अराजक तत्वों ने भटासा रेलवे स्टेशन की सीमेंट पटिया तोड़ी है. डॉग स्क्वॉड के साथ जीआरपी, आरपीएफ व रेलवे की टीम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं.
UP Train Accident: मामले में दर्ज कर दिया गया मुकदमा
रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है. ट्रेन संख्या 05389 घटनास्थल पर कुल 40 मिनट विलंबित हुई.घटनास्थल का मौका मुआयना करने पर यह पाया गया कि एक आम की लकड़ी जिसकी लंबाई लगभग 137 सेंटीमीटर, औसत व्यास 20 सेंटीमीटर एवं वजन लगभग 30 kg है, को ट्रैक की एक रेल पर रख दिया गया था। पटरी पर पटरी पर निशान बने हुए थे.