उत्तर प्रदेश में एक दिन में रेल से जुड़े दो हादसे हुए. सोनभद्र के शक्तिनगर में एक मालगाड़ी का इंजन और दो डब्बे पटरी से उतर गये. वहीं, शाहजहांपुर जिले में रविवार सुबह पंजाब से आ रही एक ट्रेन में आग लगने की अफवाह पर यात्री ट्रेन से कूदने लगे, जिससे दो महिलाओं समेत छह यात्री घायल हो गए. इसके अलावा मिर्जापुर में एक स्वचालित ट्रैक उपकरण से मिली चेतावनी के कारण एक रेल दुर्घटना टल गई. हालांकि, इन हादसों में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.  

कोयला लेकर जा रही मालगाड़ी का इंजन और दो डिब्बे पटरी से उतरे    

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यूपी के सोनभद्र के शक्तिनगर में एक मालगाड़ी का इंजन और दो डब्बे पटरी से उतर गये.एनसीएल की खड़िया परियोजना से एक मालगाड़ी कोयला लेकर अनपरा तापीय परियोजना के लिए जा रही थी. रास्ते में शक्तिनगर के बांसी गांव के पास मालगाड़ी के दो डब्बे पटरी से उतर गये तथा उनके कारण इंजन भी पटरी से उतर गया. उन्होंने बताया कि यह घटना बिजली परियोजना के रेल पथ पर हुई जिससे उस पर आवागमन बाधित हो गया.  रेलवे प्रबंधन ने पलटी हुई बोगियों को हटाने और रेल यातायात सुचारू करने का काम शुरू कर दिया है.

आग बुझाने वाले सिलेंडर का दबा स्विच, चेन खींचने से फैली अफवाह 

शाहजहांपुर की घटना पर जीआरपी के थाना प्रभारी रेहान खान ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि पंजाब से चलकर हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल सुबह जब बरेली के बिलपुर स्टेशन पर पहुंची, तब जनरल कोच में भीड़ के चलते आग बुझाने वाले सिलेंडर का स्विच दब गया, जिससे कोच में अफवाह फैल गई की ट्रेन में आग लग गई है. इसी बीच किसी ने ट्रेन को रोकने के लिए जंजीर खींच दी, जिसके बाद ट्रेन रुक भी नहीं पाई और यात्री ट्रेन से कूदने लगे. घटना के आधे घंटे बाद ट्रेन को हावड़ा के लिए रवाना किया गया, जबकि घायलों को वहीं रोककर दूसरी ट्रेन से शाहजहांपुर लाया गया. सभी घायलों को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.

मिर्जापुर में टला रेल हादसा, उपकरण ने दी तकनीकी खामी की चेतावनी 

यूपी के मिर्जापुर में सीमांचल एक्सप्रेस का एक डिब्बा जब ताप का पता लगाने वाले उपकरण के ऊपर से गुजरा तो उसने अधिकारियों को तकनीकि खामी के बारे में चेतावनी दे दी. उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया, ‘जब ट्रेन (बिहार के जोगबनी से दिल्ली जा रही) शनिवार सुबह करीब 10 बजे स्टेशन पार कर रही थी तो स्लीपर कोच संख्या एस-3 के पहिये के एक्सल में बहुत अधिक तापमान पाया गया. ट्रेन को अगले स्टेशन जिगना पर रोका गया और यात्रियों को अन्य डिब्बों में ले जाने के बाद डिब्बे को ट्रेन से अलग कर दिया गया.