Shimla Train Route: शिमला की सैर करने जाने वाले पैसेंजर्स के लिए खुशखबरी है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल शिमला-कालका नैरो गेज रेलवे लाइन के कालका-कोटी स्ट्रैच पर दो स्पेशल ट्रेनों को चलाया गया है. सोमवार को इन ट्रेनों का सफल ट्रायल किया गया, जिसके बाद इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखा दी गई है. जुलाई में भारी बारिश से हुए नुकसान के चलते कई स्थानों पर ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिसके बाद कालका-शिमला ट्रैक पर ट्रेन ऑपरेशन को कैंसिल कर दिया गया था.

क्या है ट्रेनों का शेड्यूल

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे द्वारा जारी शेड्यूल के मुताबिक, पहली ट्रेनें सुबह 7 बजे कालका से चलेंगी और 7.55 बजे कोटी पहुंचेंगी और 8.20 बजे वापस आएंगी और 9.15 बजे कालका पहुंचेंगी. जबकि, दूसरी ट्रेन कालका से दोपहर 3 बजे चलेगी और शाम 4.20 बजे वापस आएगी.

सितंबर अंत तक ठीक होगा मार्ग

रेलवे अधिकारियों द्वारा मार्ग को फिट घोषित किए जाने के बाद 20 जुलाई को शिमला-सोलन रेलवे ट्रैक पर एक विशेष ट्रेन शुरू की गई थी. 24 अगस्त को भूस्खलन में 50 मीटर लंबे पुल के बह जाने से शिमला के समरहिल के पास रेलवे ट्रैक को गंभीर क्षति हुई, जिससे ट्रैक का एक हिस्सा लटक गया.

अधिकारियों ने कहा कि शिमला से कालका तक 20-25 स्थानों पर ट्रैक क्षतिग्रस्त है, मरम्मत का काम जोरों पर चल रहा है और सितंबर के अंत तक ट्रेन सेवाएं बहाल होने की उम्मीद है. 

इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना

दुर्गम पहाड़ी इलाकों में स्थित 96 किलोमीटर लंबे शिमला-कालका रेल मार्ग में 102 सुरंग, 800 पुल और 919 तीव्र ढलान वाले मोड़ हैं. करीब चार दशक पहले सुरंग संख्या 46 के ढह जाने से सुरंगों की संख्या घटकर अब 102 रह गई है. लगभग 1,590 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचने वाले इस रेल मार्ग को इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना माना जाता है और यह राज्य में पर्यटकों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें