पानी की बोतल खरीदना पड़ा भारी, रेलवे स्टेशन पर मौत से हुआ सामना, फरिश्ता बनकर आया RPF ऑफिसर
चलती ट्रेन पर चढ़ना या उतरना हादसे को दावत देना है. राजस्थान के दौसा स्टेशन पर एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पर एक यात्री का मौत से सामने हुआ. हालांकि, आरपीएफ कॉन्स्टेबल फरिश्ता बनकर आया और उन्होंने यात्री को बचाया.
चलती ट्रेन पर चढ़ना हादसे को दावत देने जैसा है. रेलवे द्वारा समय-समय पर इसे लेकर चेतावनी जारी की जाती है. हालांकि, इसके बावजूद कई हादसे के वीडियो आते हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के दौसा रेलवे स्टेशन से आया है. यहां एक यात्री स्टेशन पर पानी खरीदने के लिए ट्रेन से उतरा लेकिन, उसका सामना मौत से हुआ. हालांकि, रेलवे पुलिस फोर्स के सिपाही की सूझबूझ के बदौलत युवक की जान बच गई है. आरपीएफ ने इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
पानी की बोतल खरीदने के लिए उतरा था यात्री, फरिश्ता बनकर आए सोहनलाल
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक राजस्थान के दौसा स्टेशन में एक यात्री पानी की बोतल खरीदने के लिए ट्रेन से उतरा. इस दौरान ट्रेन अचानक से चल पड़ी. ऐसे में यात्री ने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया और उसका पैर फिसल गया. यात्री गिर गया और ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंस गया. हालांकि, इस दौरान रेलवे पुलिस फोर्स के कॉन्स्टेबल सोहन लाल फरिश्ता बनकर आए और अपनी सूझबूझ से युवक खींचकर बाहर निकाला है.
अंबाला कैंट में भी हुआ था ऐसा ही हादसा, कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार न बचाई थी जान
राजस्थान से पहले पंजाब के अंबाला में भी ऐसा ही मामला सामने आया था. आंबाल कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर गाड़ी नंबर 12237 बेगमपुरा एक्सप्रेस वाराणसी से जम्मूतवी जा रही थी. इस चलती ट्रेन से एक यात्री बैग समेत कूद गया. इसके बाद वह लड़खड़ाकर गिर गया और सीधे ट्रेन के नीचे आने वाला था. इसी दौरान रेलवे पुलिस फोर्स के कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार ने मुस्तैदी दिखाई और अपनी तरफ खींचकर यात्री की जान बचाई.
रेलवे द्वारा समय-समय पर यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी होती है, जिसमें कहा जाता है कि वह चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें. इससे जान जाने का भी खतरा है. आरपीएफ के आंकड़ों की बात करें तो 2018 में 225 पुरुष यात्री और 172 महिला यात्री की आरपीएफ ने जान बचाई थी. 2022 में ये आंकड़ा बढ़कर 308 पुरुष यात्री और 226 महिला यात्री हो गया था.