ट्रेन एक्सीडेंट के मामलों पर रेलवे बोर्ड हुआ सख्त! हर रोज रखी जाएगा 'डेटा लॉगर' पर नजर
Railway Data Logger: ट्रेन दुर्घटनाओं से बचने के लिए एक रेलवे बोर्ड ने सभी 17 जोन के महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर उनसे ‘डेटा लॉगर’ नामक उपकरण द्वारा तैयार की जाने वालीं तकनीकी रिपोर्ट की दैनिक आधार पर निगरानी करने को कहा है.
Railway Data Logger: ट्रेन दुर्घटनाओं से बचने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने सभी 17 जोन के महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर उनसे ‘डेटा लॉगर’ नामक उपकरण द्वारा तैयार की जाने वालीं तकनीकी रिपोर्ट की दैनिक आधार पर निगरानी करने को कहा है.
स्टेशनो पर लगा डेटा लॉगर
स्टेशनों पर ‘डेटा लॉगर’ लगाया गया है और यह ट्रेन परिचालन के साथ-साथ सिग्नल प्रणाली के सभी पहलुओं का वास्तविक समय पर डेटा रिकॉर्ड करता है. यह उस स्थिति में अपवाद रिपोर्ट तैयार करता है, जब स्टेशन मास्टर यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने में विफल रहता है कि कोई ट्रेन उसी पटरी पर न आ जाए, जिस पर पहले से ही कोई अन्य ट्रेन चल रही है.
सभी रेलवे जोन को दिया ये आदेश
कुमार ने 13 सितंबर को सभी जोन के महाप्रबंधकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘छह सितंबर 2024 को आयोजित सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान, मैंने सभी जोनल रेलवे को निर्देश दिया था कि डीआरएम (मंडल रेलवे प्रबंधक) प्रतिदिन डेटा लॉगर अपवाद रिपोर्ट की निगरानी करें तथा पिछले दिन की दो/तीन डिवीजनों की स्थिति की बोर्ड स्तर पर यादृच्छिक समीक्षा की जाएगी.”
उन्होंने पत्र कहा, "दिनांक 10 सितंबर 2024 को ईडी/ईएंडआर (कार्यकारी निदेशक, दक्षता एवं अनुसंधान) द्वारा छह प्रभागों से स्थिति रिपोर्ट साझा करने के लिए कहा गया था. तीन प्रभागों से स्थिति रिपोर्ट प्राप्त हुई, दो प्रभागों से स्थिति रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई तथा एक प्रभाग से पिछले सप्ताह की स्थिति रिपोर्ट प्राप्त हुई."
ट्रेनों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम
महत्वपूर्ण सुरक्षा निर्देश के अनुपालन में खामियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कुमार ने कहा, "चूंकि यह सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है, इसलिए सभी महाप्रबंधकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके क्षेत्रों में सभी डिवीजनों द्वारा दैनिक आधार पर डेटा लॉगर रिपोर्ट की निगरानी की जाए."