पीएम मोदी ने किया RRTS साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर खंड का उद्घाटन, दुनिया का तीसरा बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला देश बना भारत
RRTS Corridor, PM Modi Inauguration:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक 13 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन किया. भारत अब चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला देश बन गया है.
RRTS Corridor, PM Modi Inauguration: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक 13 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन किया. मोदी ने साहिबाबाद स्टेशन से न्यू अशोक नगर स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन की सवारी भी की. अब देश में मेट्रो रेल नेटवर्क की कुल लंबाई बढ़कर 1000 किमी तक पहुंच गई है. RRTS के दिल्ली खंड के उद्घाटन के साथ ही दिल्ली को अपना पहला नमो भारत संपर्क मिल गया. साथ ही,भारत अब चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला देश बन गया है.
55 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर में 11 स्टेशन
न्यू अशोक नगर और मेरठ दक्षिण के बीच 55 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर में 11 स्टेशन हैं. रविवार शाम 5 बजे से यात्रियों के लिए इसका ऑपरेशन शुरू हो जाएगा. हर 15 मिनट में लोगों के लिए ट्रेन उपलब्ध होंगी. न्यू अशोक नगर स्टेशन से मेरठ दक्षिण स्टेशन का किराया स्टैंडर्ड कोच के लिए 150 रुपये और प्रीमियम कोच के लिए 225 रुपये है. आधिकारिक बयान में कहा गया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के इस हिस्से के निर्माण की लागत करीब 4,600 करोड़ रुपये है.
मेट्रो रेलवे नेटवर्क की कुल लंबाई 1000 किमी
देश में अब मेट्रो रेल नेटवर्क की कुल लंबाई बढ़कर 1000 किमी तक पहुंच गई है. इस बड़े नेटवर्क के साथ, भारत अब चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला देश बन गया है. पिछले दशक में मेट्रो नेटवर्क में तीन गुना वृद्धि हुई है. मेट्रो नेटवर्क 2014 में केवल 248 किलोमीटर से बढ़कर अब 1000 किलोमीटर हो गया है. आज 11 राज्यों के 23 शहरों में मेट्रो रेल नेटवर्क है. 2014 में यह केवल 5 राज्यों और 5 शहरों में था.
भारत में मेट्रो में प्रतिदिन एक करोड़ से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं, जो 2014 के 28 लाख यात्रियों की तुलना में 2.5 गुना अधिक बढ़ोतरी है. वहीं, मेट्रो ट्रेनें आज प्रतिदिन कुल 2.75 लाख किलोमीटर की यात्रा करती हैं, जो एक दशक पहले के रोजाना 86 हजार किलोमीटर का तीन गुना है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)