Odisha Train Accident Claim Settlement: ओडिशा के बालासोर में पिछले शुक्रवार को हुए भयंकर रेल दुर्घटना के बाद रेलवे ने बड़ी तेजी दिखाते हुए 51 घंटों के अंदर हालात को फिर से काबू में कर लिया था. एक्सीडेंट के अप और डाउन दोनों दिशा में ट्रेनों की आवाजाही फिर से शुरू हो चुकी है. इस भयंकर रेल हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी और 1100 से अधिक लोग जख्मी हुए थे. हालांकि रेलवे बड़ी तेजी से इस दुर्घटना के पीड़ितों को मुआवजा बांट रही है. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक हादसे के 688 पीड़ितों को मुआवजा बांटा जा चुका है. 

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दक्षिण पूर्व रेलवे (South Eastern Railway) के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बुधवार को बताया कि ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के संबंध में अब तक मुआवजे के 688 मामले आए हैं और 19.26 करोड़ रुपये अब तक वितरित किए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि हादसे के बाद कुल 56 ट्रेनें अप दिशा में और 67 डाउन की दिशा में चल चुकी है. 

288 लोगों की हुई मौत

इस बीच, ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने मंगलवार को कहा कि बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 288 कर दिया गया है. 288 शवों में से 193 को भुवनेश्वर और 94 शवों को बालासोर भेजा गया. भद्रक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले एक व्यक्ति का शव उसके एक रिश्तेदार को सौंप दिया गया.

200 लोगों का अभी भी चल रहा है इलाज

ओडिशा के मुख्य सचिव ने कहा कि भुवनेश्वर भेजे गए 193 शवों में से 110 की पहचान कर ली गई है और 83 की पहचान की जानी बाकी है. इससे पहले सोमवार को अधिकारियों ने कहा था कि 101 शवों की पहचान की जानी बाकी है. एएनआई से बात करते हुए, पूर्वी मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक रिंकेश रॉय ने कहा कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में अभी भी लगभग 200 लोगों का इलाज चल रहा है.

सिग्नल में गड़बड़ी से हुआ एक्सीडेंट

बता दें कि 2 जून को शाम 7 बजे के करीब ओडिशा के बालासोर जिले में बाहानगर बाजार स्टेशन के पास सिग्नल में गड़बड़ी के चलते शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, हावड़ा-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई दुर्घटना के बाद एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए थे. अभी CBI इस मामले जांच कर रही है. 

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