Mumbai Vande Metro Train: मुंबई की लाइफलाइन माने जाने वाली लोकल ट्रेन बहुत जल्द बीते दिनों की बात बन जाएगी. मुंबई रेलवे विकास कॉरपोरेशन (MRVC) ने मुंबई महानगर में वंदे मेट्रो ट्रेन को चलाने की योजना बना ली है. मुंबई में वंदे मेट्रो ट्रेन के नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए MRVC ने 2856 कोच की खरीद के लिए इंटरनेशनल टेंडर जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (MUTP) के महत्वकांक्षी परियोजना को पूरा करने के लिए ये टेंडर जारी किए गए हैं, जिसके तहत महानगर में 238 वंदे मेट्रो ट्रेन को चलाया जाना है.

238 वंदे मेट्रो चलाने की है योजना

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

MRVC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि तीसरे चरण और MUTP की 3A परियोजनाओं के तहत 12 कोच वाली 238 ट्रेन के वास्ते 2,856 कोच की खरीद के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं. तीसरे चरण और एमयूटीपी की 3A परियोजनाओं पर क्रमश: 10,947 करोड़ रुपये की लागत आ रही है. 

अधिकारी ने टेंडर डॉक्यूमेंट के बारे में बताते हुए कहा कि सफल बोली लगाने वाले को Vande Metro रेक की खरीद और आजीवन रखरखाव के साथ-साथ वंदे मेट्रो के लिए नये रखरखाव डिपो स्थापित करने और मौजूदा रखरखाव सुविधाओं को अद्यतन करने का जिम्मा संभालना होगा. 

मई में मिली थी वंदे मेट्रो की मंजूरी

भारतीय रेलवे (Indian Railways) की नीति-निर्धारक संस्था, रेलवे बोर्ड (Railway Board) द्वारा मई 2023 में मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क के लिए 238 वंदे मेट्रो रेक की खरीद को दिए जाने के एक महीने बाद MRVC ने टेंडर जारी की थी. 

इन रूट्स पर दौड़ेगी मेट्रो

अधिकारी ने कहा कि MRVC की वेबसाइट पर अपलोड किए गए निविदा दस्तावेज के मुताबिक, सफल बोली लगाने वाले को क्रमशः वनगांव (पालघर जिला) और भिवपुरी (रायगढ़ जिला) में नये कार शेड की स्थापना के साथ सात साल के भीतर वातानुकूलित वंदे मेट्रो रेक की आपूर्ति करनी होगी. 

दो साल में आ जाएगी वंदे मेट्रो

अधिकारी ने कहा कि आदर्श वंदे मेट्रो ट्रेन (Vande Metro Train) के निर्माण के लिए दो साल का समय देने पर विचार किया गया है और अन्य पांच साल में हर साल औसतन 50 ट्रेन की आपूर्ति करनी होगी. साथ ही बोली लगाने वाले को 35 वर्षों तक ट्रेन एवं रखरखाव डिपो की व्यापक देखभाल करनी होगी. MUTP-3 और 3ए परियोजनाओं के तहत रेलवे और राज्य प्राधिकरण मुंबई के उपनगरीय नेटवर्क की क्षमता वृद्धि को लेकर विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू करेंगे. 

वंदे मेट्रो (Vande Metro) की विशेषताओं के बारे में बात करते हुए MRVC के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वंदे मेट्रो में स्वचालित दरवाजे और एकल श्रेणी के आधुनिक कोच होंगे, जिसका मतलब है कि मौजूदा गैर-एसी लोकल की तरह इनमें प्रथम श्रेणी या द्वितीय श्रेणी के कोच की व्यवस्था नहीं होगी.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें