देश मे जल्द ही एक नही बल्कि 4 नए रूट पर बुलेट ट्रेन चल सकती है. सरकार मुम्बई - अहम्बदबाद के बाद 4 नए रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने के लिए तेज़ी से कदम बढ़ा रही है. रेल मंत्रालय दिल्ली - मुंबई, दिल्ली - कोलकाता, मुम्बई - चेन्नई और मुम्बई - नागपुर रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की संभावनाएं तलाश रहा है.

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इन रूटों के लिए शुरू की गई स्टडी

देश के 4 अहम और बेहद बिजी रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने के लिए पहले कदम के तहत सरकार ने फिजिबिलिटी स्टडी शुरू कर दी है. फिजिबिलिटी स्टडी के जरिये सरकार इन  रूटों पर बुलेट ट्रेन को चलाने के लिए आने वाले खर्च, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य अहम विषयो पर डिटेल्ड स्टडी करेगी.

स्टडी के लिए नियुक्त हुई एजेंसी

फिजिबिलिटी स्टडी के लिए कंसल्टिंग एजेंसी को भी नियुक्त किया जा चुका है. बुलेट ट्रेन बेहद महंगा प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट में काफी पूंजी की जरूरत होती है साथ ही जमीन की उपलब्धता और टेक्निकल फिजिबिलिटी की जरूरतों को देखते हुए सरकार सबसे पहले फिजिबिलिटी स्टडी के तहत इन प्रोजेक्टों के लिए ज़मीन तलाश रही है.

बुलेट ट्रेन का ये होगा पहला रूट

मोदी सरकार ने देश की पहली बुलेट ट्रेन 508 किलोमीटर के मुम्बई - अहमबदबाद रूट पर चलाने को मंजूरी दी है. पहली बुलेट ट्रेन के सपने को हकीकत में बदलने के लिए सरकार ने 2023-24 का लक्ष्य रखा है.

बढ़ सकती है मुश्किल

मुम्बई - अहमबदबाद रूट पर बुलेट प्रोजेक्ट को शुरू करने में लगभग 1,08,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. आने वाले दिनों में मुम्बई अहमदाबाद रूट पर बुलेट प्रोजेक्ट शुरू करने में दिक्कत आ सकती है. महाराष्ट्र में हाल ही में बनी शिवसेना की सरकार ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की समीक्षा करने को कहा है. इससे साफ है कि देश की पहली बुलेट ट्रेन को चलने में कुछ देरी हो सकती है.