Mathura Train Derailment: मथुरा जिले में वृंदावन के पास एक मालगाड़ी के 25 वैगन के पटरी से उतरने की घटना की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी . बुधवार रात करीब आठ बजे मालगाड़ी के पटरी से उतरने की घटना से मार्ग पर करीब 30 ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं. अधिकारियों ने बताया कि सामान्य परिचालन बहाल करने के लिए पटरियों को साफ करने का काम चल रहा है और कल रात से करीब 500 कर्मचारी इस काम में लगे हैं. 

मालगाड़ी के 25 डिब्बे  हुए बेपटरी

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आगरा रेल मंडल के प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया था कि राजस्थान के सूरतगढ़ पावर प्लांट के लिए जा रही एक मालगाड़ी के डिब्बे रात करीब आठ बजे वृंदावन यार्ड को पार करते वक्त पटरी से उतर गये. उन्होंने बताया था कि इस घटना की वजह से तीन रेलवे लाइन पर यातायात ठप हो गया है. 

गुरुवार सुबह उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा, "हमारी प्राथमिकता पहले पटरियों को साफ करना है और फिर हम अन्य पहलुओं पर ध्यान देंगे." 

30 ट्रेनों पर पड़ा असर

जोशी ने बताया कि वृंदावन रोड और आझई स्टेशनों के बीच हुई इस दुर्घटना में करीब 30 ट्रेनें प्रभावित हुईं. जोशी ने बताया कि दुर्घटना का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन अधिकारी तोड़फोड़ समेत किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं. 

25 में से 4 वैगन हटाए गए

उन्होंने कहा कि इस समय दुर्घटना के मूल कारण का खुलासा करना मुश्किल है. मथुरा—पलवल के बीच पटरी से उतरी कोयले से भरी मालगाड़ी के 25 में से 4 वैगन हटा दिए गए हैं तथा अन्य को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. 

इन रूट्स पर ट्रेनों को किया गया डायवर्ट

आगरा मण्डल की जन संपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार देर शाम आगरा की ओर से मथुरा होते हुए राजस्थान के सूरतगढ़ स्थित पॉवर प्लांट जा रही मालगाड़ी के 25 वैगन वृन्दावन रोड व आझई स्टेशन के मध्य पटरी से उतर गए थे. जिसके चलते अनेक गाड़ियों को निरस्त करना पड़ा तथा कईयों को मार्ग परिवर्तन कर निकाला गया. 

ट्रैक चालू कराने के लिए चल रहा प्रयास

उन्होने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य की देखरेख का कार्य त्वरित गति से सम्पन्न कराने के लिए उत्तर रेलवे इलाहाबाद जोन के महाप्रबंधक उमेश चंद्र जोशी एवं आगरा मण्डल के प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल रात में ही मौके पर पहुंच गए थे. वे लगातार निगरानी करते हुए सभी ट्रैक चालू कराने के प्रयास कर रहे हैं. 

उन्होंने बताया कि चूंकि सभी वैगन में कोयला भरा हुआ है इसलिए उन्हें पटरी से उतरे वैगन से उतारकर दूसरे वैगनों में अपलोड करने में समय लग रहा है. उम्मीद है कि बृहस्पतिवार देर रात तक दिल्ली—मथुरा के सभी ट्रैक चालू कर लिए जाएंगे. श्रीवास्तव ने बताया कि अभी भी एक ट्रैक चालू है जिसके माध्यम से खाली वैगन को अपलोड किए जाने का कार्य चल रहा है.