देश में मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन को चलाने को लेकर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (NHRCL) काफी तेजी से काम कर रहा है. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के जरिए लगभग 1380 हैक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसमें से 550 हेक्टेयर जमीन ली जा चुकी है. बाकी बची जमीन को दिसम्बर 2019 तक अधिग्रहित करने का लक्ष्य रखा गया है.

 
अनोखे हैं फीचर
मुंबई से अहमदाबाद रूट पर चलाई जाने वाली बुलेट ट्रेन में यात्रियों को कई अनोखो अनुभव होंगे. यह देश की पहली रेलवे लाइन होगी जसमें लगभग 07 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के अंदर होगा. समुद्र के अंदर 07 किलोमीटर की एक सुरंग बनाई जाएगी जिसके अंदर से बुलेट ट्रेन गुजरेगी.
 
यात्रा का खूबसूरत होगा अहसास
बुलेट ट्रेन की यात्रा काफी सुखद होगी. इस ट्रेन में कई वाइब्रेशन सेंसर लगे हैं. अंपर दबाव को नियंत्रित करने के खास इंतजाम होंगे. ऐसे में यात्रियों को यात्रा के दौरान किसी भी तरह का झटका या कंपन महसूस नहीं होगा. वहीं यात्रियों को ट्रेन के अंदर बेहद खूबसूरत इंटीरियर और बेहद आधुनिक तकनीक से बने शौचालय भी देखने को मिलेंगे.
 
ये हैं मुश्किलें
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में अधिकारियों के सामने तीन बड़ी चुनौतियां हैं. पहली चुनौती है कि इस रेलवे ट्रैक पर 21 किलोमीटर सुरंग बनाई जानी है. इस सुरंग का 07 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र में होगा. इसे बनाना काफी मुश्किल काम होगा. वहीं दूसरी सबसे बड़ी चुनौनी वडोदरा से अहमदाबाद के बीच रेलवे लाइन के ऊपर से बुलेट ट्रेन का ट्रैक बनाना होगा. वहीं कुछ हिस्से में वर्तमान रेलवे लाइन के बहुत करीब से बुलेट ट्रेन का ट्रैक गुजरेगा.