Kavach 4.0: हाल में हुई ट्रेन हादसों के मामलों को देखते हुए भारतीय रेलवे ने पैसेंजर्स सेफ्टी और ट्रेनों की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाए हैं. रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने बताया कि पैसेंजर्स की सुरक्षा रेलवे के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इसे ध्यान में रखते हिए रेल मंत्रालय ने 10,000 इंजनों में कवच 4.0 लगाने की मंजूरी दे दी है. रेलवे ने 16 जुलाई को इसे लेकर अपनी मंजूरी दे दी है और सबसे पहले दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रूट में करीब 3,000 किमी पर इसे लगाया जाएगा. ये दो रूट इस वित्त वर्ष में पूरे हो जाएंगे, जबकि आगे के खंडों के लिए टेंडर मंगाए गए हैं. 

यहां हुआ पहला ट्रायल

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे ने बताया कि दिल्ली-चेन्नई और मुंबई-चेन्नई खंड और अन्य खंड लगभग 9,000 किमी कवच 4.0 का पहला परीक्षण 16 सितंबर को सवाई मादोपुर से कोटा खंड के बीच 108 किमी के लिए किया गया था. रेलवे ने 16 जुलाई को कवच 4.0 को मंजूरी दी और दो महीने में यह काम करना शुरू कर दिया है. आज तक, कवच को दक्षिण मध्य रेलवे पर 1,465 रूट किमी और 144 लोकोमोटिव पर तैनात किया गया है. 

इन रूट्स पर चल रहा है काम

नॉर्दन रेलवे में कवच की स्थापना के बारे में बोलते हुए, रवनीत सिंह ने कहा कि उत्तर रेलवे में कवच की स्थापना के लिए 1790 आरकेएम कार्य स्वीकृत हैं, जबकि पंजाब में कवच के लिए स्वीकृत कार्य 121 आरकेएम पर है, जिसमें चंडीगढ़ धुलकोट 33 आरकेएम और फिरोजपुर बठिंडा 88 आरकेएम शामिल हैं. 

दिवाली से छठ तक चलेंगी 6000 स्पेशल ट्रेन

रवनीत सिंह ने यह भी कहा कि दुर्गा पूजा, छठ पूजा और दिवाली के त्यौहार के मौसम के दौरान भारतीय रेलवे देश भर में 6000 विशेष ट्रेनें चलाएगा, जबकि उत्तर रेलवे में 161 ट्रेनें होंगी, जिनके 2882 चक्कर होंगे जो उत्तर रेलवे से शुरू और समाप्त होंगे.

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का होगा पुनर्विकास

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में पुनर्विकास करने का काम जोरों पर चल रहा है और पूरी परियोजना मई 2025 में शुरू होने की संभावना है. चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का दौरा करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, रवनीत सिंह ने कहा कि कुछ घटक जैसे एक फुट ओवर ब्रिज (FOB), दोनों तरफ स्टेशन भवन और पार्किंग फरवरी 2025 तक जनता के लिए तैयार हो जाएंगे. 

हर दिन आते हैं 36,000 पैसेंजर्स 

चंडीगढ़ पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा का प्रवेश द्वार है, इसलिए इस रेलवे स्टेशन का रणनीतिक महत्व है. चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 36,000 यात्री आते-जाते हैं, जिसमें औसतन 82 ट्रेनें गुजरती हैं, जिनमें प्रतिदिन 17 जोड़ी ट्रेनें शुरू/समाप्त होती हैं. 

स्टेशन पर मिलेंगी ये सुविधाएं

462 करोड़ रुपये की कुल लागत से, एक बार पूरा हो जाने पर नए रेलवे स्टेशन में यात्रियों के आगमन और प्रस्थान दोनों के लिए अलगाव होगा. चंडीगढ़ और पंचकूला दोनों तरफ (60 मीटर x 42 मीटर) जी+3 स्टेशन भवन यात्रियों के लिए दो पहिया/चार पहिया वाहनों के लिए 20 बेड की क्षमता वाले 2 डॉरमेट्री और टीवी, हीटर आदि की सुविधा के साथ 10 एसी रिटायरिंग रूम भी उपलब्ध कराए जाएंगे. 

यात्रियों के लिए फूड प्लाजा के लिए स्थान, 72 मीटर X 80 मीटर एयर कॉनकोर्स, वातानुकूलित रेस्तरां भी उपलब्ध कराया जाएगा. मंत्री ने उन स्थानों का भी दौरा किया जहां पर काम चल रहा है और संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता से कोई समझौता किए बिना समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने को कहा.