Kanchenjunga Railway Accident: रेलवे के गुवाहाटी-दिल्ली मार्ग पर जहां सोमवार को सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस में एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मारी वहां ‘कवच’ या ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली उपयोग में नहीं थी. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि इस मार्ग के लिए स्वचालित टक्कर रोधी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ ​​की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा, “अभी यह वहां नहीं है.” सिन्हा ने कहा, “पांच यात्रियों की मौत हो गई है. मालगाड़ी के लोको पायलट और कंचनजंघा एक्सप्रेस के गार्ड की भी मौत हो गई है.

Kanchenjunga Railway Accident: 1500 किमी रेलवे ट्रैक पर चल रहा है काम

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रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि ट्रेन परिचालन सुरक्षित रहे.‘कवच’ का क्रियान्वयन मिशन मोड पर किया जा रहा है. यह 1,500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर पहले से ही काम कर रहे हैं, जबकि इस वर्ष के अंत तक इसमें 3,000 किलोमीटर और जोड़ दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि देश के रेलवे नेटवर्क में कवच परियोजना का तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए आपूर्तिकर्ताओं द्वारा सुरक्षा प्रणाली का उत्पादन बढ़ाया जाना चाहिए.'

Kanchenjunga Railway Accident: मालगाड़ी के इंजन ड्राइवर, लोको पायलट की मौत

मालगाड़ी के चालक की ओर से संभावित “मानवीय भूल” की ओर इशारा करते हुए सिन्हा ने कहा कि न्यू जलपाईगुड़ी के निकट टक्कर संभवतः इसलिए हुई क्योंकि मालगाड़ी ने सिग्नल की अनदेखी की और अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में मालगाड़ी के इंजन चालक की मौत हो गई। अध्यक्ष के अनुसार, इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। हालांकि, पश्चिम बंगाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कुछ स्थानीय खबरों में मृतकों की संख्या 15 बताई गई है. 

Kanchenjunga Railway Accident: गार्ड कोच और दो पार्सल कोच हुए नष्ट, जनरल डिब्बे पर भी पड़ा है असर 

जया वर्मा ने कहा कि कंचनजंघा एक्सप्रेस का एक गार्ड कोच और दो पार्सल कोच नष्ट हो गए और इन तीन कोचों के कारण ही यात्री कोच पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा. सिन्हा ने कहा,'जनरल डिब्बे पर भी असर पड़ा है. हमारी प्राथमिकता यात्रियों को बचाना था. अब यह काम पूरा हो गया है. हमारे एरिया अफसर और उनकी टीम न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से 10 किमी दूर स्थित दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई है.' घायलों को सिलीगुड़ी स्थित उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वहां उनका इलाज किया जा रहा है.