Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में कंचनजंगा एक्सप्रेस-मालगाड़ी की टक्कर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. अधिकारियों ने ये जानकारी दी. कंचनजंगा एक्सप्रेस की यात्री ग्यारह साल की स्नेहा मंडल को सोमवार को सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (NMCH) की बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाई (PICU) में भर्ती कराया गया था.

मरने वालों की संख्या 11 हुई

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अधिकारियों ने बताया कि तब से डॉक्टर उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे थे. हालाँकि, इस संबंध में उनके सभी प्रयास व्यर्थ साबित हुए क्योंकि मंगलवार को दोपहर के आसपास उनकी मृत्यु हो चुकी थी. इसके साथ ही हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 11 हो गई है, जिनमें से नौ की मौत सोमवार को ही हुई और स्नेहा समेत बाकी दो की मौत मंगलवार को हुई.

ट्रेन सर्विस फिर से शुरू

11 में से आठ मृत व्यक्तियों की पहचान बता दी गई है जबकि तीन अन्य का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. मरने वालों में मालगाड़ी का लोको पायलट और कंचनजंगा एक्सप्रेस का गार्ड भी शामिल है.

इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि, उस मार्ग पर सामान्य ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई हैं जहां सोमवार सुबह 'अप' और 'डाउन' दोनों खंडों पर दुर्घटना हुई थी.

कैसे हुआ था हादसा?

पश्चिम बंगाल में रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चत्तर हाट जंक्शन के बीच स्वचलित सिग्नलिंग प्रणाली सुबह 5.50 बजे से ही खराब थी. इसी स्थान पर एक मालगाड़ी ने सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी. रेलवे के एक सूत्र ने ये जानकारी दी. 

सूत्र ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "ट्रेन संख्या 13174 (सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस) सुबह 8:27 बजे रंगापानी स्टेशन से रवाना हुई थी और सुबह 5:50 बजे से स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली के खराब होने के कारण रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चत्तर हाट के बीच रुक गई."