IRCTC Convenience Fee: रेल मंत्रालय की कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) की आमदनी नहीं घटेगी. रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी की कन्वीनिएंस फीस (Convenience fees) से जुड़ा अपना कल का फैसला वापस ले लिया है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) में दीपम सचिव ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. हालांकि, रेलवे के इस फैसले से ग्राहकों को सस्ता टिकट नहीं मिलेगा. लेकिन, ज़ी बिज़नेस चैनल ने इस मुहिम को उठाया था. ज़ी बिज़नेस की मुहिम रंग लाई और सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा.

IRCTC शेयरों में आई गिरावट

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार शाम केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए IRCTC को रेलवे के साथ कन्वीनिएंस फीस (IRCTC Convenience Fee) की आमदनी बांटने का निर्दश जारी किया था. खबर के बाद तुरन्त IRCTC के शेयर में भारी गिरावट भी देखने को मिली. शुक्रवार को कंपनी की मार्केट कैप में 18 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गिर गई. हालांकि, इस गिरावट के बाद सरकार ने अपना फैसला बदलते हुए यह सुनिश्चित कर दिया कि IRCTC की कमाई कहीं नहीं जाएगी. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ये कन्वीनियंस फीस होती क्या है?

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

क्या होती है कन्वीनिएंस फीस?

IRCTC से ट्रेन टिकट की बुकिंग करते वक्त तो आपसे किराए के अलावा एक रकम कन्वीनिएंस फीस के रूप में चुकानी पड़ती है. यह राशि 50 रुपए तक होती है. आमतौर पर ग्राहक इस पर ध्यान इसलिए नहीं देता क्योंकि उसको ट्रेन टिकट बुक कराने की जल्दी होती है और रिजर्वेशन मिलना आसान भी नहीं. IRCTC की साइट से रोजाना लाखों टिकट बुक किए जाते हैं. इसी फीस से आईआरसीटीसी की करोड़ों की कमाई (IRCTC Total kamai) होती है. टिकट कैंसिल कराने पर भी यह राशि वापस रिफंडेबल नहीं होती.

कन्वीनिएंस फीस से कितनी है कमाई?

IRCTC की कुल आमदनी में कन्वीनिएंस फीस (Convenience Fee) यानी सुविधा शुल्क का बड़ा हिस्सा है. साल 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण कमाई बुरी तरह प्रभावित हुई थी. तब भी IRCTC ने रेलवे टिकट पर कन्वीनिएंस फीस से 299 करोड़ की कमाई की थी. कंपनी की कुल आमदनी का 38.2% हिस्सा सिर्फ इसी फीस से है. वहीं, कंपनी की कुल आमदनी 783 करोड़ रुपए थी. 2019-20 में कन्वीनिएंस फीस से कमाई लगभग 350 करोड़ थी. ऑपरेशंस से ग्रॉस रेवेन्यू का करीब 15.4% था, जो 2,264 करोड़ रुपए था.

कितना चार्ज वसूलता है IRCTC?

Indian Railway Catering and Tourism Corporation अपनी वेबसाइट www.irctc.co.in के जरिए बुक हुए टिकटों पर सुविधा शुल्क से कमाई करता है. मौजूदा समय में AC बुकिंग पर 30 रुपए प्रति टिकट और Non-AC बुकिंग के लिए 15 रुपए प्रति टिकट का कन्वीनियंस फीस वसूली जाती है. भीम/UPI मोड से बुकिंग करने पर सुविधा शुल्क 20 प्रति टिकट और 10 रुपए प्रति टिकट है.

कन्वीनिएंस फीस पर क्यों मचा बवाल?

गुरुवार शाम IRCTC ने शेयर बाजार में एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) के साथ वो अपनी कन्वीनिएंस फीस की आमदनी को बांटेंगे. मतलब कमाई का 50% सुविधा शुल्क शेयर करने का फैसला लिया गया है. कन्वीनिएंस फीस IRCTC के लिए कमाई का एक महत्वपूर्ण जरिया है. आईआरसीटीसी को इस कमाई के लिए ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है. ज्यादातर यात्री जो टिकट बुक करने के लिए www.irctc.co.in पर लॉग इन करते हैं. कंपनी को प्रॉफिट का एक अच्छा हिस्सा सुविधा शुल्क से मिलता है.

डूब गए 18 हजार करोड़ रुपए

शुक्रवार को शेयर बाजार खुला तो इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्प (IRCTC) का शेयर 25 फीसदी गिरकर 685.35 रुपए के भाव (IRCTC stock price) पर आ गया. इस गिरावट से कंपनी की मार्केट कैप को 18 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. हालांकि, कन्वीनिएंस फीस पर सरकार के फैसला वापस लेने के बाद शेयर में रिकवरी आई है.