Indian Railways: ट्रेन में नियम तोड़ने वालों पर रहम की कोई गुंजाइश नहीं, रेलवे ने वसूला 114.18 करोड़ रुपये का जुर्माना
Western Railways के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में इसी अवधि के दौरान ऐसे कुल 6.79 लाख मामले सामने आए थे. पश्चिम रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस साल सामने आए 16.78 लाख मामलों से 114.18 करोड़ रुपये का राजस्व जुर्माने के रूप में वसूला गया, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान वसूले गए जुर्माने से 212.22 प्रतिशत ज्यादा है.
यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक सेवाएं देने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) दिन-रात काम करता है. भारतीय रेल का पश्चिम रेलवे अपने जोन में वैध टिकट (Valid Train Ticket) के साथ सफर करने वाले यात्रियों को सुगम, आरामदायक और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए मुंबई उपनगरीय लोकल, मेल, एक्सप्रेस के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में भी बिना टिकट और अनियमित यात्रा को रोकने के लिए लगातार गहन टिकट जांच अभियान चला रहा है. पश्चिम रेलवे (Western Railway) के सीनियर कमर्शियल अधिकारियों की देखरेख में डेडिकेटेड टिकट जांच दलों ने इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक कई टिकट जांच अभियान चलाए, जिनमें 114.18 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया.
पिछले साल के मुकाबले इस साल 147.23 प्रतिशत ज्यादा मामले सामने आए
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अक्टूबर, 2022 के दौरान बिना बुक किए सामान के मामलों सहित कुल 2.38 लाख बिना टिकट और अनियमित यात्रा के मामले पकड़े गए, जिनसे 17 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. बताते चलें कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान बिना टिकट, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान के साथ यात्रा करने के कुल 16.78 लाख मामले सामने आए, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान सामने आए मामलों से 147.23 प्रतिशत ज्यादा है. पश्चिम रेलवे के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में इसी अवधि के दौरान ऐसे कुल 6.79 लाख मामले सामने आए थे.
पश्चिम रेलवे वे इस साल वसूला 114.18 करोड़ रुपये का जुर्माना
पश्चिम रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस साल सामने आए 16.78 लाख मामलों से 114.18 करोड़ रुपये का राजस्व जुर्माने के रूप में वसूला गया, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान वसूले गए जुर्माने से 212.22 प्रतिशत ज्यादा है. बताते चलें कि पिछले वित्त वर्ष इसी अवधि के दौरान सामने आए 6.79 लाख मामलों में 36.57 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया था. पश्चिम रेलवे ने बताया कि एसी लोकल ट्रेनों में अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए लगातार औचक टिकट चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं. जिसके जरिए अप्रैल, 2022 तक 22,300 से अधिक अनाधिकृत यात्रियों पर जुर्माना किया गया हैं.