फेस्टिव सीजन में बिहार के लिए कंफर्म टिकट का हुआ इंतजाम, दिल्ली से पहली बार चलेगी 20 कोच वाली वंदे भारत स्पेशल ट्रेन
फेस्टिव सीजन में ट्रेनों में भीड़ के मद्देनजर रेलवे ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. दीपावली और छठ में रेलवे वंदे भारत स्पैशल ट्रेन चलाएगा. साथ ही 519 ट्रेनों के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा के मौके पर रेलवे में कंफर्म सीटों के लिए काफी मारामारी होती है. फेस्टिव सीजन में इस समस्या से निपटने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में दीपावली और छठ में रेलवे यात्रियों की भीड़ को देखते हुए वंदे भारत स्पेशल ट्रेन चलाएगा. गौरतलब है कि रेलवे द्वारा इस बार 678 विशेष गाडियां प्रस्तावित हैं , जिनमें 519 के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है. ये स्पेशल ट्रेन 1 अक्टूबर 2024 से 30 नवंबर 2024 के बीच चलाई जाएगी.
इन रूट्स पर फेस्टिव सीजन में चलाई जाएगी वंदे भारत स्पेशल ट्रेन
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीपावली और छठ में रेलवे यात्रियों की भीड़ को देखते हुए वंदे भारत स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. दिल्ली से बिहार के लिए 20 कोच वाली वंदे भारत स्पैशल ट्रेन चलेगी. ये पहली बार है जब फेस्टीव सीजन में वंदे भारत ट्रेन को स्पेशल ट्रेन के तौर पर चलाया जाएगा. दिल्ली से पटना, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गोरखपुर के लिए स्पेशल वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी.
108 ट्रेनों में लगाए जाएंगा अतिरिक्त जनरल कोच
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यहां पत्रकारों को बताया कि त्योहारों के दौरान अत्यधिक भीड़ भाड़ को देखते हुए 108 ट्रेनों में अतिरिक्त सामान्य डिब्बा जोड़ने के अलावा 12,500 डिब्बे स्वीकृत किए गए हैं. विशेष तौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जाने वाले कई रेल मार्गों पर दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के त्योहार के दौरान भारी भीड़ रहती है. वैष्णव ने कहा कि इस साल के त्योहार के मौसम के लिए अब तक कुल 5,975 विशेष ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 4,429 थी.
एक करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने की सुविधा
रेल मंत्री ने कहा, ‘‘इससे पूजा के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने में सुविधा होगी.’ दुर्गा पूजा उत्सव नौ अक्टूबर से शुरू होगा, दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी जबकि छठ पूजा इस साल सात और आठ नवंबर को होगी. बता दें कि हर साल दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर प्रस्थान करते हैं. इस दौरान स्थिति ऐसी हो जाती है कि दो-तीन महीने पहले से ही अधिकांश ट्रेन की टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं.