Indian Railways: इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बनाने में रेलवे ने बनाया नया रिकॉर्ड, इस साल 25.3 प्रतिशत ज्यादा हुई मैन्यूफैक्चरिंग
Indian Railways: भारतीय रेल ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती 8 महीनों में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव (Electric Locomotive) यानी इलेक्ट्रिक रेल इंजन बनाने के मामले में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है.
Indian Railways: भारतीय रेल के लिए ये साल काफी शानदार गुजर रहा है. अब बात कमाई की हो या मैन्यूफैक्चरिंग की, रेलवे ने चारों दिशाओं में झंडे गाड़ दिए हैं. जी हां, भारतीय रेल ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती 8 महीनों में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव (Electric Locomotive) यानी इलेक्ट्रिक रेल इंजन बनाने के मामले में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. रेल मंत्रालय दी गई जानकारी के मुताबिक रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में 1 अप्रैल से लेकर 30 नवंबर, 2022 तक 614 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बना दिए हैं. पिछले साल इसी अवधि के दौरान बनाए गए इलेक्ट्रिक इंजन (Electric Engine) की तुलना में इस साल 25.3 प्रतिशत ज्यादा इंजन बनाए गए हैं.
भारतीय रेल ने पिछले साल बनाए थे 490 इलेक्ट्रिक रेल इंजन
रेल मंत्रालय के मुताबिक भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2021-22 में 490 इलेक्ट्रिक इंजन बनाए गए थे. भारतीय रेलवे की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स यानी चित्तरंजन स्थित चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (CLW), वाराणसी स्थित बनारस लोकोमोटिव वर्क्स (BLW), पटियाला स्थित पटियाला लोकोमोटिव वर्क्स (PLW) साल 2022-23 में रिकॉर्ड मैन्यूफैक्चरिंग हासिल करने के लिए काफी तेजी से आगे बढ़ रही हैं.
यात्री किराये से होने वाली कमाई में हुई 76 प्रतिशत की बढ़ोतरी
बताते चलें कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय रेल ने यात्री किराये के साथ-साथ मालभाड़े से होने वाली कमाई में भी जबरदस्त रिकॉर्ड बनाया है. रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय रेल ने इस साल 1 अप्रैल से लेकर 30 नवंबर तक यात्री किराये से 43,324 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल की समान अवधि के दौरान कमाए गए 24,631 करोड़ रुपये की तुलना में 76 प्रतिशत ज्यादा है.
भारतीय रेल ने मालभाड़े से कमाए 1,05,905 करोड़ रुपये
भारतीय रेल ने इस साल अप्रैल से लेकर नवंबर तक माल ढुलाई से 1,05,905 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान माल ढुलाई से हुई कमाई से 16 प्रतिशत ज्यादा है. रेलवे ने पिछले साल अप्रैल से लेकर नवंबर तक माल ढुलाई से 91,127 करोड़ रुपये की कमाई की थी.