जब पटरी पर दौड़े ‘शेषनाग’! 2.8 किमी लंबी ट्रेन चलाकर रेलवे ने रचा इतिहास
इंडियन रेलवे ने पटरी पर तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी चलाने का कीर्तिमान स्थापित किया है. इस मालगाड़ी को शेषनाग नाम दिया गया है.
भारतीय रेल (Indian Railways) की सर्विस में लगातार सुधार हो रहे हैं. हमारी रेल तरक्की के नित नए आयात गढ़ रही है. इंडियन रेलवे ने पटरी पर तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी चलाने का कीर्तिमान स्थापित किया है. इस मालगाड़ी को शेषनाग (Sheshnag Train) नाम दिया गया है. यह भारत में अबतक की सबसे लंबी रेलगाड़ी (Indian longest train) है.
भारतीय रेल शेषनाग ट्रेन को चार मालगाड़ी (Rakes) एकसाथ जोड़कर तैयार किया है. इसमें कुल 251 डब्बे ( wagons) लगाए गए. शेषनाग की लंबाई 2.8 किलोमीटर है. इतनी लंबी मालगाड़ी को खींचने के लिए बीच में 4 इलेक्ट्रिक इंजन लगाए गए हैं.
अपनेआप में अद्भुत इस मालगाड़ी का सफल ट्रायल दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे (South East Central Railway-SECR) के नागपुर डिवीजन (Nagpur) की ओर से किया गया. यह भारतीय रेलवे (Indian Railways) के इतिहास में पहली बार ऐसा है जब इतनी लंबी मालगाड़ी पटरियों पर दौड़ रही है.
शेषनाग भारत की सबसे लंबी ट्रेन है. इसका ट्रायल नागपुर मंडल से बिलासपुर मंडल के कोरबा तक किया गया. इस दौरान इस ट्रेन ने 250 किलोमीटर की दूरी बड़े ही आराम से पूरी की.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके भारतीय रेल की कामयाबी को साझा किया है. उन्होंने लिखा, 'रेलवे द्वारा देश में रेकार्ड 2.8 किमी लंबी मालगाड़ी का सफलतापूर्वक परिचालन किया गया. 4 ट्रेनों को जोड़कर शेषनाग नाम से मालगाड़ी चलाने का यह प्रयोग सफल रहा. इससे एक बार में अधिक सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है.'
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पहले दौड़ा था अनाकोंडा
दो दिन पहले ही 30 जून को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ही तीन मालगाड़ियों को जोड़कर पहली बार दो किलोमीटर लंबी मालगाड़ी चलाने का रिकॉर्ड बनाया था. इस ट्रेन को अनाकोंडा (Anaconda) नाम दिया गया था. यह ट्रेन ओडिशा के लाजकुरा और राउरकेला के बीच चलाई गई थी. अनाकोंडा ट्रेन की खास बात ये थी कि इसके डब्बे माल से भरे हुए थे. इस ट्रेन का कुल वजन 15000 टन से ज्यादा था. इस 'सुपर अनाकोंडा' थ्री-इन-वन माल ढुलाई सेवा में 177 वैगन और 6000 एचपी क्षमता वाले तीन इलेक्ट्रिक इंजन लगे थे.