रिपोर्ट : ब्रह्म दुबे

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लोकसभा में शुक्रवार को रेल मंत्री (Rail Minister) पीयूष गोयल ने रेल अनुदान मांग पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि देश में रेलवे (Railway) के कई पुल 100 साल से ज्यादा पुराने हो चुके है. उन्‍होंने कहा-मैं यह भी मानता हूं यह चिंता का विषय है, लेकिन हमने अब इनका ऑडिट शुरू कर दिया है. पीयूष गोयल ने कहा जो भी रेल मंत्री होता है वह रात में सोने से पहले यही प्रार्थना करता है कि कही इन पुलों के चलते कोई हादसा न हो.

रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे जल्द ही रेल दृष्टि एप पर इसका ब्‍योरा देगा कि कौन सा ब्रिज (Bridge) कितना पुराना है. उसका कब ऑडिट हुआ और यदि कोई मरम्मत की जानी है तो हुई क्यों नहीं. ट्रेनों की टाइमिंग और रीयल टाइम लोकेशन आज कोई भी यात्री रेल दृस्टि एप (Rail Drishti App) पर देख सकता है.

40 साल से ज्यादा पुराने प्रोजेक्‍ट अभी पूरे नहीं

लोकसभा में रेल मंत्री ने स्वीकार किया कि देश में रेल के कई प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं, जो 40 साल से ज्यादा पुराने हैं. लेकिन अभी पूरे नहीं हुए. उन्‍होंने बताया कि पश्चिम बंगाल में सबसे पुराना 1974 का रेल लाइन का प्रोजेक्ट है, जो आज तक पूरा नहीं हुआ. क्योंकि राज्य सरकार जमीन नहीं दे रही. ऐसे ही कई प्रोजेक्ट पश्चिम बंगाल में दशकों से लटके हैं. केरल के 9 प्रोजेक्ट इसलिए पूरे नहीं हो पा रहे क्योंकि राज्य सरकार सहयोग नहीं कर रही है. ये प्रोजेक्ट भी दशकों से लटके है.

बेंगलुरु में सबअर्बन ट्रेन चलाने का फैसला

पीयूष गोयल ने बताया कि मोदी सरकार ने मुंबई की तर्ज पर कर्नाटक के बेंगलुरु में भी सबअर्बन ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. रेल मंत्री ने कहा कि अब हमने 2014 के बाद ऑटोमेटिक डेटा लॉगर सिस्टम लगाया है, जिससे सही जानकारी लोगों को मिलनी शुरू हुई है. रेलवे के हर कर्मचारी को अब साल में 1 हफ्ते की ट्रेनिंग निश्चित की गई है, जिससे वह नई चीजें सीखकर अपग्रेड हो सकें.

58,400 कोच में बायो टॉयलेट लगाए

रेल मंत्री ने लोकसभा में बताया कि सरकार ने तय किया है कि ब्रॉडगेज लाइन का सौ फीसदी विद्ययुतीकरण करेंगे. रेलवे सभी 58,400 कोच में बायो टॉयलेट लगाएगा. 2 लाख से ज्यादा बायो टॉयलेट लगाए जा चुके हैं.

LIC से 18000 करोड़ कर्ज लिया

रेल मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 से अब तक 457 एक्सलेटर और 377 लिफ्ट रेलवे स्टेशन पर लगाई हैं. हम विभिन्न माध्यमों से रेलवे में निवेश ला रहे हैं, हमारा इरादा साढ़े 8 लाख करोड़ का निवेश लाने का है. रेलवे ने अभी तक LIC से 18000 करोड़ कर्ज लिया है.