RailMadad: ट्रेन से सफर करते समय भीड़ की समस्या एक बहुत आम बात है. जनरल कोच से सफर करते समय कई बार तीन लोगों के बैठने की जगह 5-6 लोग तक बैठ के सफर करते हैं. फेस्टिवल्स और छुट्टियों के सीजन में तो ये भीड़ और भी अधिक बढ़ जाती है. लेकिन क्या हो अगर आपने समय से अपनी सीट के लिए रिजर्वेशन कराया हो और आपको ही सीट पर बैठने की जगह न मिले. जी हां, अयोध्या से बनारस जा रही एक अकेली लड़की के साथ रविवार को कुछ ऐसा ही हुआ. हालांकि, रेलवे ने इस लड़की की पूरी मदद करते हुए 20 मिनट के अंदर ही उसे उसकी सीट दिला दी. आइए जानते हैं पूरा मामला. 

सोशल मीडिया पर की शिकायत

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @Avoid_potato नाम के यूजर ने बताया कि उसकी छोटी बहन पहली बार ट्रेन से अकेले यात्रा कर रही है. पैसेंजर अयोध्या से बनारस के बीच 18 फरवरी को सफर कर रही थी. यूजर ने कहा कि आखिरी समय में कंफर्म टिकट लेकर पैसेंजर जब स्टेशन पहुंची चो ट्रेन पहले से 3 घंटे लेट थी. इसके बाद जब मुश्किल से अपने सीट पर पहुंची तो वह खाली नहीं थी. वहां पहले से एक व्यक्ति अपने पूरे परिवार के साथ बैठा हुआ था. 

 

पैसेंजर को नहीं मिली उसकी कंफर्म बर्थ

इसके बाद जब पैसेंजर ने वहां से उठने के लिए कहा तो वह व्यक्ति लड़की पर ही चिल्लाने लगा. X यूजर ने बताया कि उसकी बहन को प्रैक्टिल परीक्षा देने जाना था, इसलिए इमरजेंजी में अकेले ट्रेन से सफर कर रही थी. 

X यूजर ने कहा, "सबसे बुरी बात ये है कि मैं यहां से कुछ नहीं कर सकती. मुझे चिंता हो रही है. मेरी छोटी बहन के तबीयत ठीक नहीं है और उस व्यक्ति ने मेरी बहन को 3 अन्य पैसेंजर्स के साथ ऊपर की बर्थ पर बैठा दिया है. "

रेलवे ने 20 मिनट में खाली कराई सीट

हालांकि, रेलवे ने मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए लड़की को उसी सीट दिला दी. X यूजर ने आगे बताया कि उसने अपनी बहन के लिए रेलमदद (139) से हेल्प मांगी थी, जिसके 20 मिनट के अंदर RPF ने लड़की की सीट पर पहुंचकर उसे उसकी बर्थ दिलाई. लड़की ने इसके लिए रेलवे को धन्यवाद दिया.