Indian Railways: भारतीय रेल का उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railways) यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ सुरक्षित यात्रा तथा समयबद्ध यात्रा के लिए भी प्रतिबद्ध है. इतना ही नहीं, उत्तर पश्चिम रेलवे ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं देने के साथ-साथ अपनी आय को लेकर भी काफी गंभीर रहता है. यही वजह है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने अगस्त महीने में प्रारम्भिक यात्री आय से 246.43 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं जो अभी तक किसी भी एक महीने में प्राप्त की गई आय में सर्वाधिक प्रारंभिक यात्री आय है. उत्तर पश्चिम रेलवे का इस साल अगस्त तक 97.77 प्रतिशत समयपालन को प्राप्त कर भारतीय रेलवे में प्रथम स्थान पर कायम है. इसके साथ ही माल लदान में किए गए प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने अगस्त महीने तक 13.75 मिलियन टन माल लदान किया है.

प्लान और टारगेट पर फोकस करने से हुआ फायदा

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उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने संरक्षा, समयपालन, यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी, इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने और निर्माण व विद्युतीकरण कार्यों को टारगेट के अनुसार पूरा करने पर खास ध्यान दिया है. इन कार्यों को बेहतर तरीके से समय पर अंजाम देने से ही उत्तर पश्चिम रेलवे ने अगस्त में प्रारम्भिक यात्री आय से 246.43 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं जो किसी भी एक महीने में सर्वाधिक है.

जुलाई 2022 में यात्री भाड़े से हुई थी 232.89 करोड़ रुपये की कमाई

इससे पहले जुलाई 2022 में 232.89 करोड़ रुपये प्राप्त किए गए थे. इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस साल अगस्त तक मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन में 97.77% के समयपालन को प्राप्त कर सम्पूर्ण भारतीय रेल के जोन में प्रथम स्थान पर है. बताते चलें कि कि उत्तर पश्चिम रेलवे, सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में पिछले 3 साल से भी ज्यादा समय से समयपालन में लगातार पहले स्थान पर है.

नए ग्राहकों को जोड़कर बढ़ाया जा रहा है माल लदान

उत्तर पश्चिम रेलवे अपने माल लदान को बढ़ाने के लिए भी विशेष प्रयास कर रहा है. माल लदान को बढ़ाने के लिए मण्डल और मुख्यालय स्तर पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की स्थापना की गई है, जिनके माध्यम से नई कॉमोडिटीज जिसमें यार्न, सीमेंट टाइल्स, केमिकल जिप्सम इत्यादि का लदान किया गया है और नए ग्राहकों को जोड़कर माल लदान को बढ़ाया जा रहा है. 

पिछले साल के मुकाबले इस साल 24.32 प्रतिशत ज्यादा हुआ माल लदान

रेलवे के इन प्रयासों के फलस्वरूप से उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस साल अगस्त तक 13.75 मिलियन टन माल लदान किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के 11.06 मिलियन टन से 24.32 प्रतिशत अधिक है. इससे पहले भी उत्तर पश्चिम रेलवे ने ट्रेनों को समयानुसार चलाने तथा अधिक माल लदान में विशेष उपलब्धि हासिल की है और सम्पूर्ण भारतीय रेल के जोन में अलग पहचान बनाई है.